बस स्टैंड हमीरपुर के सामने स्थित खोखा मार्केट को हटाने पर छिड़ा विवाद अब नगर परिषद के हाउस में पहुंच गया। बुधवार को नगर परिषद हमीरपुर के पदाधिकारियों अधिकारियों एवं खोखा मार्केट के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई। इस वार्ता में 58 खोखा मालिकों के रोजी-रोटी को बरकरार रखने पर चर्चा हुई ताकि उनसे रोजगार ना छीने। बैठक के बाद नगर परिषद के हाउस में प्रस्ताव पारित किया गया कि बस स्टैंड के बाहर खोखा मार्केट की भूमि को खोखाधारकों के नाम स्थानांतरित करने का प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखा जाएगा। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी के मुताबिक 40 वर्ष पहले बनाए गए यह खोखा मार्केट की भूमि पर्यटन और लोक निर्माण विभाग के नाम निशानदेही में निकली है।
नगर परिषद हमीरपुर के कार्यकारी अधिकारी किशोरी लाल ठाकुर ने कहा कि खोखा मार्केट की भूमि को नगर तहसील के नाम स्थानांतरित करने का प्रयास किया जाएगा इसके लिए नगर परिषद के हाउस में प्रस्ताव रखा गया है। खोखा मार्केट के प्रधान और प्रधान ने मांग की थी कि यहां से खोखे नहीं हटाए जाएं। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग और पर्यटन विभाग के नाम यह भूमि निशानदेही में निकली है लोक निर्माण विभाग की तरफ से नगर परिषद को नोटिस जारी किया गया है कि इन खो-खो को यहां से हटाया जाए। दोनों विभागों से भूमि को नगर परिषद के नाम स्थानांतरित करने के लिए एनओसी लेने के लिए प्रस्ताव दिया जाएगा इसके बाद उपायुक्त महोदय से इस भूमि को नगर परिषद के नाम करने की मांग की जाएगी ताकि समस्या का समाधान हो।
बता दें कि नगर परिषद हमीरपुर ने पिछले दिनों खोखा मार्केट में खोखे चला रहे 58 दुकानदारों को नोटिस जारी किए थे। उसके बाद दुकान मालिक बाजार में विरोध रैली निकाली थी और जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भी प्रेषित किया था। जबकि जिला प्रशासन की तरफ से इन दुकानदारों को 7 दिन का अल्टीमेटम देकर दुकान खाली करने के आदेश दिए गए थे। लेकिन अब नगर परिषद हमीरपुर ने विवाद को खत्म करने के लिए जमीन को नगर परिषद के नाम करने का तोड़ निकाला है। ताकि 58 परिवारों से उनका रोजगार न छीने।