जिला बिलासपुर में घुमारवीं के तहत आने वाली ग्राम पंचायत कपाहड़ा के गांव धिनवां हरिजन बस्ती में रहने वाले परिवारों के लिए एक राहत भरी खबर है। धिनवां गांव के लोग बीते 20 सालो से पानी की किल्लत से जूझ रहे थे। इस गांव में लगभग 200 के करीब लोग रहते हैं। इस गांव के लोगों के लिए चेली भंडारण टैंक से पेयजल आपूर्ति मुहैया करवाई जाती थी। लेकिन यह गांव ग्राम पंचायत कपाहड़ा और ग्राम पंचायत छत्त की सीमा पर होने के चलते इन परिवारों तक पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाती थी।
गांव वासियों ने बताया की उन्होंने इस पेयजल किल्लत की समस्या को स्थानीय विधायक राजेंद्र गर्ग के समक्ष रखा। लोगों की पेयजल समस्या को दूर करने के उद्देश्य से उन्होंने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए कि जल्दी से जल्दी इन परिवारों की पेयजल किल्लत को दूर किया जाए। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस गांव की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए एक बिग बोरवेल स्थापित करने की योजना तैयार की।
साथ ही गांव के एक छोर पर ओवरहेड टैंक बनाने की योजना भी तैयार की। इस टैंक के ऊपर लगभग ढाई लाख रुपए का खर्चा होना था। विधायक राजेंद्र गर्ग ने पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए यह धनराशि स्वीकृत करवा दी। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के सहायक अभियंता यशपाल शर्मा ने बताया कि ओवरहेड टैंक का कार्य लगभग 10 से15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा पानी की पाइपें डालने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। यशपाल शर्मा ने बताया कि लगभग दो-तीन माहीने के अंदर यह काम पूरा कर लिया जाएगा। उसके उपरांत इन सभी परिवारों की पेयजल किल्लत समाप्त हो जाएगी। विधायक राजेंद्र गर्ग ने कहा कि लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए जयराम सरकार पूर्ण रूप से वचनबद्ध है। यह परिवार बीते लगभग 20 साल से पेयजल किल्लत से जूझ रहे थे। अब इनकी यह समस्या दूर होने जा रही है।