बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने जहां पंडित सुखराम की तारीफों के पुल बांधे, वहीं सीएम वीरभद्र सिंह पर जमकर जुबानी हमला किया सत्ती ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम की ओर से मुख्यमंत्री वीरभद्र के बारे में किए गए खुलासे इस बात को और पुख्ता करते हैं कि उन्होंने बहुत से हिमाचली नेताओं को किसी न किसी साजिश में अपने राजनीतिक हितों के लिए हाशिये पर धकेला है।
सत्ती ने कहा हैं कि सुखराम देश में संचार क्रांति के जनक के नाम से जाने जाते हैं उनका योगदान जो प्रदेश के लिए हैं उसको पार्टी के स्तर से ऊपर उठकर हर नेता और नागरिक मानता हैं। हिमाचल प्रदेश में संचार के क्षेत्र में जो तरक्की हुई उसके लिए सुखराम का योगदान हमेशा याद रखा जायेगा।
आज प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में भी टेलीफोन की घंटी बजती हैं और लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं, यह सब पंडित की देन है। इसके अलावा पर्यटन उद्योग को संचार के माध्यम से जो फायदा हुआ है और कृषि उत्पादों को मंडियों के माध्यम से राष्ट्रीय बाजार से जाना सुखराम के मेहरबानी से हुआ है।
वीरभद्र सिंह सरकार के पूर्व में पर्यटन बोर्ड के उपाध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने माफिया राज का मामला उठाया लेकिन कांग्रेस सरकार ने उन्हें पद से ही हटा दिया।
अनेकों नेताओं के नाम हैं जिन्होंने भी वीरभद्र सिंह की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाया उन्हे बाहर का रास्ता दिखाया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा हैं कि बदले की भावना से की जाने वाली राजनीति को प्रदेश की जनता नकारने का मन बना चुकी है।