विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर आज से पारदर्शी कोच (विस्टाडोम) दौड़ती नज़र आएगी। भारतीय रेलवे ने क्रिसमस और नए साल के शुभ मौके पर होली-डे स्पेशल विस्टाडोम ट्वाय ट्रेन को चलाने की मंजूरी दी है। जो आज से इस ट्रैक पर दौड़नी शुरू हो गई है। विस्टाडोम ट्रेन में सात डिब्बे हैं। जिसमें 90 यात्रियों के बैठने की जगह है। जिसके एक डिब्बे में 15 लोगों के बैठने की क्षमता है। फ़िलहाल भारतीय रेलवे ने इसे 24 दिसंबर 2020 तक चलाने की अनुमति प्रदान की है।
शिमला रेलवे स्टेशन अधीक्षक प्रिंस सेठी ने बताया कि ये पारदर्शी विस्टाडोम ट्रेन कालका से हर रोज सुबह 7 बजे चला करेगी व पांच घंटे बाद 12 बजे शिमला पहुंचेगी। जबकि शिमला से इसके चलने का समय दोपहर बाद 3 बजकर 50 होगा। इसमें प्रति व्यक्ति किराया 6 सौ 30 रुपए है। भारतीय रेलवे ने एक साल के लिए इसको चलाने की मंजूरी प्रदान की है। यदि विस्टाडोम ट्रेन का परिणाम अच्छा रहा तो इसको चालू रखा जाएगा। इसके ऊपर व दोनों तरफ शीशे लगें है व घूमने वाली सीट है। जिससे इस धरोहर हो करीब से निहारा जा सकता है।
उधर विस्टाडोम के इस सफ़र में पहली बार गवाह बने पर्यटकों ने भी इस ट्रेन की सराहना की ओर कहा कि ये पारदर्शी कोच पूरी तरह से आरामदायक है। चारों तरफ लगे शीशों से क़ुदरत को निहारा जा सकता है। चेयर भी घूमने वाली है। हां थोड़ा किराया जरूर ज़्यादा है लेकिन इसके आरामदायक सफ़र के आगे ठीक है।