जिला मंडी के सुंदरनगर में एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली पर स्थित रेस्ट हाउस चौक के समीप कबाड़ियों द्वारा कई सालों से सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए हाईवे पर कबाड़ का सामान, लोडिंग और अनलोडिंग का अतिक्रमण जारी है। इस अवैध धंधे को चलाने वाले कबाड़ियों के सामने सुंदरनगर प्रशासन और पुलिस ने अपने हथियार डाल दिए गए हैं। ऐसा ही एक मामला तब देखने को मिला जब इन कबाड़ियों की दुकानों के ठीक सामने स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित एक राज्यस्तरीय सरकारी कार्यक्रम के दौरान सरेआम नियमों को ताक पर रखकर जिला और उपमंडल के उच्च अधिकारी डीसी, एसपी, एडीसी, एसडीएम, डीएसपी, एसएचओ,बीडीओ सहित अन्य अधिकारियों के सामने हाईवे पर अतिक्रमण कर कबाड़ उठाया जा रहा था।
इसके बावजूद मौके पर मौजूद प्रशासन, पुलिस अधिकारी और कर्मचारी खामोश रहे और इन कबाड़ियों के आगे अपनी बेबसी जगजाहिर कर दी। हालांकि प्रशासन और पुलिस द्वारा अपनी बेबसी छुपाने के लिए कुछ समय के अंतराल के बाद इन कबाड़ियों का चालान काट कर अपनी निहित ड्यूटी से पल्ला झाड़ लिया जाता है। इस कबाड़ के कारण मौके से गुजरने वाले लोगों को एनएच-21 पर पैदल चलने को मजबूर होना पड़ता है। जिससे कई लोग काल का ग्रास बन गए हैं। इसके बावजूद हाईवे के साथ पड़े हुए कबाड़ और इसकी लोडिंग और अनलोडिंग के लिए लगी हुई गाड़ियों के कारण लोगों की जान को आफत लगातार बनी हुई है।
बता दें कि बीते सप्ताह 19 दिसंबर को इन कबाड़ियों द्वारा एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली तक कबाड़ का सामान रखकर किए गए अतिक्रमण के कारण एक 75 साल के स्थानीय बुजुर्ग की ट्रक की चपेट में आने के कारण सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इस मामले पर डीएसपी सुंदरनगर गुरबचन सिंह ने कहा कि एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली के किनारे कबाड़ियों द्वारा कबाड़खाना खोलने के कारण मार्ग में बाधा पहुंचाई जा रही है। इसको लेकर समय-समय पर कानूनी कार्रवाई की जाती है। कबाड़ियों द्वारा सड़क के साथ सामान लगाने को कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।