एक तरफ जहां सरकार करोडों की सुविधाएं दे रही हैं, वहीं प्रदेश में लम्बे समय से कर्ज नहीं भरे जाने की चिंता ने किसान को आत्महत्या के लिये मजबूर कर दिया। ऐसा ही मामला जिला कांगड़ा से सामने आया है। यहां देहरा तहसील में रहने वाले एक युवक ने कर्जा न चुका पाने के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक युवक की पहचान 31 साल अर्पण सपेहिया पुत्र तिलक राज सपेहिया के रूप में हुई है, जो देहरा में नेहरण पुखर में ढाबा चलाने का काम करता था। अर्पण मंगलवार रात से अपने ढाबे से लापता था।
ढाबे के पीछे पेड़ पर लटकी मिली युवक की लाश
युवक के लापता होने के बाद परिजनों और आसपास के लोगों ने उसे काफी ढूंढा, पर वह कहीं नहीं मिला। इसके बाद युवक की लाश बुधवार को ढाबे के पीछे कुछ दूरी पर ही पेड़ से लटकी हुई मिली। इस दौरान किसी राहगीर ने इसकी सूचना ग्राम पंचायत दयाल के प्रधान सतपाल को दी थी। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और लाश को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल देहरा भेज दिया। अर्पण ढाबे के पास गांव कस्बा कोहासन ग्राम पंचायत ढलियारा का रहने वाला था। युवक पर 3 लाख रुपए का कर्ज था।
डीएसपी ने बताया कि मृतक के छोटे भाई ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि अर्पण के ऊपर 3 लाख रुपए के करीब बैंक का कर्जा था और इसी के चलते वह काफी समय से परेशान चल रहा था। अर्पण नेहरण पुखर में पेट्रोल पंप के पास ढाबा चलाता था। बहरहाल, मामले में पुलिस ने मौत के सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलने की बात कही है। डीएसपी ने बताया कि युवक शादीशुदा था और अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी छोड़ गया है।
भाई और ग्रामीणों के बयान पर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक ने कर्जे से परेशान होकर आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। फिलहाल, पुलिस ने सभी बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। डीएसपी देहरा रणधीर सिंह ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि ग्रामीणों और उसके छोटे भाई के सामने ही मृतक के शव की तलाशी ली गई, जिसके बाद उनके बयान भी ले लिए गए हैं।