हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीजेपी के 2 साल के जश्न पर तंज कसा। सुक्खू ने कहा कि इस साल बीजेपी ने 5 राज्यों में हार का सामना किया। जहां सरकार बनाई वहां भी जुगाड़ से सरकार बनी। ऐसे में ये कहा जा सकता है कि प्रदेश बीजेपी 5 राज्यों में हार का जश्न साल के अंत में रिज मैदान में मनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि मैं इस बात को इसलिए पुख्ता तौर पर कह सकता हूं क्योंकि हिमाचल प्रदेश की जहां तक बात है तो किसी भी तरह के विकास कार्य हिमाचल प्रदेश में इन 2 सालों में देखने को नहीं मिला है।
सुक्खू ने कहा कि पिछले 2 सालों में हिमाचल प्रदेश आर्थिक तौर पर भी कमजोर हुआ है। प्रदेश सरकार इस बात को लेकर श्वेत पत्र जारी करे कि उन्होंने 2 साल के भीतर कितनी नौकरियां दी हैं। मंडी जिला से कितने अभ्यर्थियों को नौकरियां मिली और मंडी जिला के बाहर से कितने अभ्यर्थियों को नौकरियां मिली। अगर आप इस बात की तुलना करेंगे तो स्थिति खुद स्पष्ट हो जाएगी कि जो थोड़ी-बहुत नौकरियां दी हैं वे किस तरह से और किसे दी गई हैं।
पूर्व चीफ ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को 59 नेशनल हाईवे नितिन गडकरी हवा में देकर गए थे और वह आज तक हवा में ही नजर आ रहे हैं। क्योंकि अब तो सरकार से हिमाचल में बनने वाले फोरलेन का काम भी समय से पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। सरकार प्रदेश के विकास को लेकर पूरी तरह से पिछड़ चुकी है। इन्वेस्टर मीट जैसे कार्यक्रम करवाकर जनता के पैसे का दुरुपयोग इन्होंने किया है जिसका जवाब इन्हें 2022 के विधानसभा चुनावों में जनता को देना पड़ेगा। क्योंकि इन्वेस्टमेंट के नाम पर मैं नहीं समझता कि कोई बड़ी कंपनी हिमाचल प्रदेश में कम से कम मौजूदा हालात में आने वाली है।
जब देश की GDP बुरी हालत में है और हर तरफ बीजेपी सरकार ने एक डर का माहौल बना रखा है। धारा 118 का दुरुपयोग सरकार में किया जा रहा है और बिना पेपर वर्क के इंडस्ट्रीज लगाने की अनुमति सरकार ने देने के लिए जो पॉलिसी बना रखी है उसका हम लोग पूरी तरह विरोध करते हैं। जब हमारी सरकार सत्ता में आएगी तो हम लोग इन सारे सरकार के फैसलों को रोलबैक करेंगे।
बताते चलें कि पिछले कल मुकेश अग्निहोत्री ने भी इस बात की पुष्टि की थी कि जब 3 साल के बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आएगी तो हम लोग जो उद्योगपतियों को हिमाचल प्रदेश में आने के लिए रियायतें प्रदेश सरकार की तरफ से दी जा रही हैं और उन रास्तों से हिमाचल के हितों से खिलवाड़ हो रहा है। इसलिए हम इन सभी रास्तों को अपनी सरकार के आते ही वापस ले लेंगे। आज यही बात सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी स्पष्ट की और उन्होंने भी यही कहा कि हम डॉ यशवंत परमार का हिमाचल देखना चाहते हैं ना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का।