जिला हमीरपुर के उपमंडल भोरंज के समारोह में विधायक कमलेश कुमारी ने 26.78 लाख की लागत से बनने वाले पशु औषधालय भवन का शिलान्यास किया। इस अवसर पर विधायक कमलेश कुमारी ने संबोधित करते हुए कहा कि कृषि एवं पशुपालन हमारे मूल व्यवसाय हैं एवं रोजगार के प्रमुख साधन है। पुराने समय में हमारा पूरा जीवन इन्हीं व्यवसायों पर आधारित था।
आज से लगभग 20-30 साल की बात करूं तो व्यक्ति की आर्थिक स्थिति का पता उसकी कृषि भूमि एवं पशुओं की संख्या से किया जाता था। पहले प्रत्येक परिवार खेतीवाड़ी करता था। अपने घर की जहर मुक्त फसलें होती थी और पशुओं के गोबर से बनी जैविक खाद का प्रयोग खेतों में होता था। परंतु हम आधुनिकता की दौड़ में हम ऐसे दौड़े हैं, कि हमने अपने प्रमुख व्यवसाय छोड़ दिए जो कृषि कर भी रहे हैं। पशु न होने के कारण रसायनिक खादों का उपयोग कर रहे हैं और विश्वयुक्त अनाज पैदा कर रहे हैं।
जो हमारा पशुधन गाय, बैल है। जिनकी पूजा स्वयं भगवान कृष्ण जी ने की थी। आज हमने उसी पशुधन को सड़कों पर बेसहारा छोड़ दिया है और हम कहते हैं कि आवारा पशुओं की समस्या है। जब तक हम अपनी संस्कृति को नहीं पहचानेंगे, अपनी माता गौ माता का सम्मान नहीं करेंगे, तब तक यह समस्या समाप्त नहीं होगी। हम स्वार्थ में इतने डूबे हैं कि जब तक गाय दूध दे रही है तब तक हमारी है। दूध देना बंद कर दिया तो हम उसे सड़कों पर छोड़ दे रहे हैं। इस पर हमें आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है।