भारतीय सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत आज सेना से रिटायर कर दिया गया। अब उनकी जगह जनरल मनोज मुकुंद नरवणे अगले सेना प्रमुख होंगे। भारत सरकार की तरफ से जनरल बिपिन रावत को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ घोषित किया गया है। एक लंबी मांग के बाद भारत सरकार की ओर से CDS के पद को मंजूरी दी गई है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की जिम्मेदारी तीनों सेनाओं से जुड़े मामलों में रक्षामंत्री को सलाह देना होगा। CDS ही रक्षामंत्री का प्रधान सैन्य सलाहकार होगा। हालांकि, सैन्य सेवाओं से जुड़े विशेष मामलों में तीनों सेनाओं के चीफ पहले की तरह रक्षामंत्री को सलाह देते रहेंगे।
आज एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें विदाई दी गई। कल यानी नए साल 2020 को वह देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर काम संभालेंगे। बिपिन रावत ने 31 दिसंबर, 2016 में सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला था। आज उन्होंने नेशनल वॉर मेमोरियल पर जाकर श्रद्धांजलि दी, वहीं साउथ ब्लॉक में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। तीन साल के कार्यकाल में उनकी अगुवाई में भारतीय सेना ने कई सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। जनरल बिपिन रावत शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल से पढ़ाई की और बाद में नेशनल डिफेंस अकादमी गए। दिसंबर, 1978 को 11 गोरखा रायफल्स की पांचवीं बटालियन में बिपिन रावत को कमिशन किया गया। अपने 38 साल के कार्यकाल में उन्हें कई गैलेंटरी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
बिपिन रावत ने कहे ये शब्द
अपनी विदाई समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि आज जैसा कि मैं चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ का पद छोड़ता हूं। मैं भारतीय सेना के उन जवानों, रैंक और फाइल का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जो चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में स्थिर रहे हैं।
नए प्रमुख होंगें जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
जनरल बिपिन रावत के रिटायर होते ही लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सेना प्रमुख के तौर पर कमान संभालेंगे। वह इससे पहले जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फेंट्री ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं। श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स का भी हिस्सा थे और तीन साल तक म्यांमार में भी रहे। लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट हैं।