नए साल की शुरूआत के साथ ही कांगड़ा पुलिस ने हिमाचल पुलिस भर्ती में गड़बड़झाला करने वाले मुख्य सरगना और मास्टरमाइंड बिक्रम चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि जिस मास्टरमाइंड आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पांच महीनों तक कई राज्यों की खाक छानती रही। नेपाल तक जाकर आ गई आज उसी पुलिस की चौखट पर आकर इस मुख्य मुन्नाभाई ने सरेंडर कर दिया है। काबिलेगौर है कि हिमाचल प्रदेश में बीते साल पुलिस भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए थे जिसमें 1063 पदों के लिए करीब 40 हजार आवेदन मिले थे और 11 अगस्त को पालमपुर के सत्संग ब्यास भवन के प्रांगण में उन सबके लिए परीक्षा आयोजित की थी।
इससे पहले की परीक्षा अपने चरम पर पहुंचती पुलिस की इंटेलिजेंस विंग ने पहले ही कुछ संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जिनकी निशानदेही पर परीक्षा हॉल में भी पांच से सात मुन्नाभाई धरे गए जो दूसरों के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे। इस तरह गिरफ्तारियों का ये सिलसिला चलता रहा और एक के बाद एक करके अब तक 34 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके थे। बावजूद इसके इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड़ बिक्रम चौधरी अभी तक फरार चल रहा था हालांकि बिक्रम चौधरी के घर पर भी पुलिस द्वारा सबसे पहले रेड की गई थी जहां से उन्हें 11 लाख रुपये की नकदी भी बरामद हुई थी मगर बिक्रम चौधरी मौके से फरार हो चुका था।
बता दें कि विक्रम चौधरी कांगड़ा ही ज्वाली का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस मुन्नाभाई बिक्रम को कोर्ट में पेश कर अतिरिक्त पुलिस रिमांड की मांग करेगी ताकि आरोपी बिक्रम के तार कहां-कहां जुड़े हुए हैं। इसका पता लगाया जा सके और इतने दिन ये पुलिस को चकमा देकर कहां रहा, इसके बारे में भी जानने की पुलिस पूरी कोशिश करेगी।