सुंदरनगर की गांव पंचायत जड़ोल में मारपीट के मामले को लेकर पीड़ित सहित स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस पर मामले की जांच को लटकाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने मामले को लेकर एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान को लिखित शिकायत पत्र दिया है। इसमें पुलिस पर एससी और एसटी एक्ट के तहत मामले में अपराधियों को संरक्षण देने और मामले को लटकाने का आरोप लगाया गया है। लोगों ने जांच अधिकारी के खिलाफ आरोपियों को संरक्षण देने को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शनिवार को जड़ोल पंचायत के पीड़ित जीत राम सहित चुनी लाल, हंस राज, बेली राम, पिंकी देवी, कृष्णी देवी और मीना देवी ने एसडीएम राहुल चौहान को कहा कि 18 दिसंबर को जड़ोल में त्रिफालघाट रूट की निजी बस को रोक कर पीड़ित दलित वर्ग के चालक सोहन और इसके पिता जीत राम पर बात करते समय जाति सूचक शब्दों से गंदी गालियां दी और अचानक से उन पर हथियारों से हमला किया। इससे दोनों बाप बेटे लहुलुहान हुए। उन्होंने कहा कि सलापड़ पुलिस ने शिकायत करने पर कार्रवाई की और एससी और एसटी के तहत मामला दर्ज़ कर घायलों का इलाज करवाया है।
इसके उपरांत पुलिस ने जांच के नाम पर पीड़ित वर्ग से ही कई दिन पूछताछ में लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अपराधी लोगों को संरक्षण दे रही है और इनकी गिरफतारी करने की बजाय इनके साथ चाय पानी करती है। इससे अपराधी सरेआम जाति सूचक शब्दों से गंदी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दे रहे है। मामले में पुलिस के जांच अधिकारी से कार्रवाई की मांग की है।