प्रदेश में लगातार हो रही बर्फ़बारी ने लोगों के जीवन पर खासा असर डाला है। पहाड़ों पर बीते रोज से बर्फबारी के कारण शिमला, ठियोग, नारकंडा, रामपुर नेशनल हाईवे बंद हो गए है। वहीं, लुहरी, आनी, जलोड़ी, कुल्लू नेशनल हाइवे भी जलोड़ी नामक स्थान में दो फुट से अधिक बर्फ गिरने के कारण बंद हो गए है। इस के अलावा दर्जनों सम्पर्क मार्गो पर बर्फ़ में फिसलन होने से वाहनों के पहिये थम गए है।
बर्फ़बारी से मुख्य मार्ग में सन्नाटा छा गया है। हालांकि नेशनल हाइवे अथॉर्टी की ओर से मार्ग को बहाल करने के लगातार प्रयास हो रहे है। मुख्य मार्ग से बर्फ़ हटा कर रेत और मिट्टी सड़क में फेंकी जा रही है ,ताकि गाड़ियां जमी बर्फ़ में फिसले नहीं लगातार बर्फ पड़ने के कारण ठंड का प्रकोप बढ़ गया है और वाहन मार्ग में बर्फ़ जम कर पत्थर बना गई है। ऐसे में वाहन चलना जोखिमपूर्ण हो गया है। सड़क से बर्फ हटाने के बाद नीचे जमी बर्फ पर रेत मिटटी फैकने से फिसलन कम हो जाती है और बर्फ़ भी पिघलने लगती है। नेशनल हाईवे नारकंडा और आसपास सुना पड़ गया है। जो पर्यटक नारकंडा और आसपास बर्फ़ का आनंद लेने आए थे। उन्हें मुख्य मार्ग बंद होने से वापिस लुहरी होते हुए शिमला जाना पड़ रहा है।