हिमाचल प्रदेश में भीषण सर्दी का प्रकोप जारी है। राजधानी शिमला और अन्य पर्वतीय इलाकों में मंगलवार को बारिश और बर्फबारी का सिलसिला थमा रहा। हालांकि सर्द हवाओं के चलते कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बर्फबारी वाले इलाकों में लोगों को हाड़कंपाती ठंड से राहत नहीं मिली। बर्फ की सफेद चादर बिछी होने के साथ ही सर्द हवाएं चलने के कारण लोग घरों में कैद रहे।
राज्य के पांच जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर, शिमला, कुल्लू और चंबा जिलों का पारा शून्य से नीचे चला गया है। शिमला से सटा पर्यटन स्थल कुफरी में कल्पा और मनाली से भी ज्यादा ठंड पड़ी। शिमला का पारा भी शून्य से करीब पहुंच गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी 20 जनवरी तक मौसम के तेवर कड़े रहने से शीतलहर से निजात नहीं मिलेगी। लाहौल-स्पीति का मुख्यालय केलंग राज्य में सबसे ठंडा स्थल रहां, जहां न्यूनतम तापमान -5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। कुफरी दूसरा सबसे ठंडा क्षेत्र रहा और वहां तापमान -2 डिग्री सेल्सियस रहा।
इसके अलावा कुल्लू के विख्यात पर्यटन स्थल मनाली में -1.6 डिग्री, किन्नौर के कल्पा में -1.2 डिग्री और चंबा के डल्हौजी में -0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री रहा, जो कि एक रात पहले 7.4 डिग्री सेल्सियस था। पालपमुर में तापमान 2 डिग्री, धर्मशाला में 2.2 डिग्री, भुंतर में 3.3 डिग्री, चंबा में 6 डिग्री, सुंदरनगर में 6.3 डिग्री, कांगड़ा में 6.5 डिग्री, सोलन में 7 डिग्री, मंडी में 7.3 डिग्री, हमीरपुर में 8.6 डिग्री, बिलासपुर में 9 डिग्री व उना में 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ अभी सक्रिय बना हुआ है। इससे कई जगह बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है। मैदानी क्षेत्रों में 18 जनवरी तक बारिश जबकि पर्वतीय इलाकों में 20 जनवरी तक बर्फबारी की संभावना जताई है।