हमीरपुर जिला के बाल स्कूल मैदान में 5 महीने पहले उतारे तिरंगे झंडे को सेना दिवस के दिन भी नहीं फहराया गया। प्रशासन द्वारा बरती जा रही इस लापरवाही से शहर भर के लोगों में काफी रोष है। लोगों की मानें तो अगर प्रशासन तिरंगे झंडे को फहरा ही नहीं सकता तो यह सुविधा आखिरकार दी ही क्यों गई है। लोगों की मानें तो भारतीय जवानों ने तिरंगे झंडे की शान में अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए लेकिन प्रशासन उसी तिरंगे झंडे को फहराने के लिए कोई कदम नहीं उठा पा रहा है।
लोगों ने बताया कि इससे पहले भी प्रशासन द्वारा बीच-बीच में कुछ दिन तिरंगा झंडा फहराने के बाद दोबारा उतार लिया जाता है जोकि प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है। वही इस वारे मे अतिरिक्त उपायुक्त रत्न गौतम ने सफाई देते हुए कहां की तकनीकी समस्या के कारण ये वार फट जाता है. पर ये जांच का विषय है. और जहाँ तक बजट की वात है मुझे इसकी जानकारी नहीं है.