आठ जनवरी से लापता देहरादून के जवान राजेंद्र का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं, परिजनों के सब्र भी बांध भी टूटता जा रहा है। पत्नी आठ दिन से बिना खाए-पिए बेसुध है तो बच्चे और पिता-भाई अन्य परिजन राजेंद्र की खबर का इंतजार कर रहे हैं। लगातार उनकी सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। यूनिट वाले भी बस एक ही बात कर रहे हैं कि खोजबीन जारी है।
गौरतलब है कि सेना की 11वीं गढ़वाल राइफल्स के जवान राजेंद्र गत आठ जनवरी से लापता हैं। वह वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग अनंतनाग फारवर्ड पोस्ट पर तैनात थे। आठ फरवरी को पोस्ट के पास एवलांच आया था। जिसकी चपेट में आने से वह पाक सीमा की तरफ गिर गए थे। सेना के जवान तब से लगातार रेस्क्यू अभियान चला रहे हैं, लेकिन अभी तक राजेंद्र का पता नहीं चल पाया है। परिजन उनके सलामती होने की खबर मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
वहीं, परिजनों को आशंका है कि कहीं राजेंद्र पाकिस्तान की कैद में तो नहीं। दूर-दूर से रिश्तेदार और अन्य लोग अंबीवाला स्थित राजेंद्र के घर जाकर पत्नी, बच्चों और परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं। गम में उनकी पत्नी, पिता, माता का स्वास्थ्य भी खराब होने लगा है।