शुक्रवार देर शाम को लाहौल-स्पीति पुलिस के 7 जवानों ने अपने बीमार साथी को स्ट्रेचर पर उठाकर बर्फबारी के बीच मीलों पैदल चलकर मनाली पहुंचाया। इस पूरे सफर में लाहौल के स्थानीय लोगों ने सहायता की। दरअसल केलांग में हिमाचल पुलिस के एक जवान की 13 जनवरी को तबीयत खराब हो गई थी, जिसके चलते उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टरों ने उसे कुल्लू के लिए रैफर कर दिया था लेकिन खराब मौसम के चलते हवाई सेवा न मिलने के कारण उसे अस्पताल में ही रहना पड़ा। साथी मरीज की तबीयत ज्यादा खराब होने पर पुलिस जवानों ने निजी हैलीकॉप्टर के जरिये कुल्लू आने का फैसला किया।
एयर हिमालय के हैलीकॉप्टर के जरिये 16 जनवरी को ये केलांग से मनाली के लिए उड़े लेकिन रोहतांग में बर्फीला तूफान आने के कारण हैलीकॉप्टर कुल्लू नहीं आ पाया और वापस सिस्सू हैलीपैड लौट गया। शुक्रवार को भी मौसम खराब होने के कारण हैलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया, जिसके चलते साथियों ने पैदल ही सुरंग के रास्ते से मनाली जाने का निर्णय लिया। भारी बर्फ की चपेट में आई लाहौल घाटी में पैदल चलना भी आजकल बुरे सपने की तरह होता है। लेकिन पुलिस जवानों ने हिम्मत नहीं हारी और अपने मरीज साथी को स्ट्रैचर पर उठाकर रोहतांग सुरंग के नॉर्थ पोर्टल की ओर निकल पड़े।
रास्ते में बर्फबारी भी हो रही थी, ऐसे में स्थानीय लोग उनकी सहायता के आगे आए। लगभग 7 किलोमीटर तक इन 40-45 लोगों ने इंसानियत की मिसाल दिखाते हुए पूरा दमखम लगाया। रास्ते में स्ट्रैचर भी टूट गया, जिस पर डंडों के सहारे मरीज को उठाकर ये लोग चलते रहे और कई घंटों के पैदल सफर के बाद ये रोहतांग सुरंग के मुहाने पर पहुंचे जहां से गाड़ी के जरिये कुल्लू पहुंचे हैं।