हिमाचल में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर जहां कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री पिछले दो दिनों से बीजेपी के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए है, वहीं अब बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने हिमाचल सरकार और वीरभद्र सिंह पर जमकर निशाना साधा। बुधवार को शिमला में संबित पात्रा ने कहा कि हिमाचल में चुनावी लड़ाई मेहनती बीजेपी और जमानती कांग्रेस पार्टी के बीच की है। एक चैनल के सर्वे ने तो ये साफ कर दिया है कि हिमाचल में जनता कांग्रेस को उखाड़कर बीजेपी को सत्ता में लाना चाहती है।
हारे हुए मुख्यमंत्री भेजे हिमाचल
हरियाणा और उत्तरखंड के पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए पात्रा ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान के फैसले सीएम नाराज है, क्योंकि हाईकमान ने ऐसे मुख्यमंत्रियों को भेजा जो हारे हुए हैं। लेकिन मैं सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या रावत को भ्रष्टाचार और हुड्डा को बाड्रा मॉडल अपनाने के लिए हिमाचल भेजा गया है।
कांग्रेस में चल रहा भ्रष्टाचारी परिवारवाद
कांग्रेस को परिवार के फॉर्मूले पर घेरते हुए पात्रा ने कहा कि हिमाचल कांग्रेस में फादर-एंड-सन रूल चल रहा है। एक ऐसा पिता और पुत्र जिनपर भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हैं। यहां तक कि सीएम की धर्मपत्नी भी इस घोटाले में शामिल हैं, जिसमें करोड़ो का घपला है। विक्रमादित्य सिंह ने 84 लाख का लोन बक्कामुल्ला से लोन क्यों लिया? इन भ्रष्टाचारों के मसलों पर जनता जबाब मांगेगी।
सुखराम पर हैं भ्रष्टाचार के आरोप, उनके बेटे पर नहीं…
सुखराम परिवार को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में पात्रा ने कहा कि सुखराम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे ना कि अनिल शर्मा पर है। इसलिए उनको बीजेपी में शामिल किया गया। इसके अलावा उनके बारे में कुछ कहने से पात्रा ने इंकार किया।