हमीरपुर पहुंचे डीपी पुलिस सीताराम मरडी ने कहा कि उतरी भारत में चिट्टा का कारोबार दिनों बढता जा रहा है। जिस के चलते पुलिस के लिए चिट्टा हिमाचल में भी गले की फांस बना हुआ है। गत साल हिमाचल में करीब साढे चौदह सौ मामले चिट्टा के दर्ज हुए हैं। जिसमें 1950 के करीब आरोपियों को गिरफतार किया गया है।
मरडी ने कहा कि पुलिस की कामयाबी के कारण इस वक्त हिमाचल की जेलों में भी क्षमता से अधिक कैदियों की संख्या बनी हुई है। इससे पहले मंरडी ने जंगलबैरी स्थित आईआरबी बटालियन का निरीक्षण किया और एसपी कार्यालय में कुछ देर रूक कर गतिविधियों का जायजा लिया।
सीताराम मरडी ने कहा कि नशे के आदि होने पर युवाओं को नशा छुडाने के लिए पुलिस प्रयासरत है। लेकिन चिट्टे का कारोबार करने वालों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल पुलिस काफी हद तक चिट्टा कारोबारियों को पकडने में सफल रही है।
डीजी मरडी ने लोगों से अपील की है कि चिट्टा के साथ साथ क्राइम को कंट्रोल करने में पुलिस का सहयोग दें और पुलिस द्वारा जारी की गई नई ऐप में सूचना सांझा करे। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले का नाम और पता पूरी गुप्त रखा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ओबर आल क्राइम रेट में कमी आई है लेकिन जुआ, आबकारी मामलो में पकडने में बढोतरी दर्ज की गई है जो कि अच्छा संकेत है।