मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बीजेपी के प्रवक्ता डा. राजीव बिंदल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिंदल और बीजेपी लोगों के घरों में फूट डालकर राजनीति करते हैं। भाई से भाई को, ससुर से दामाद को और बेटे से बाप को लड़ाना इनकी पुरानी आदत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी से लोगों के सिर पर हथौड़ा मारा है। जी.एस.टी. को तोड़मरोड़ कर और जल्दबाजी से लागू करने से जनता परेशान है।
मैं टूट सकता हूं लेकिन झुक नहीं सकता
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि बीजेपी हमेशा से लोगों को तोडऩे का काम करती है। कभी क्षेत्रवाद, कभी धर्म के नाम पर तो कभी गौरक्षक बनकर। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने उनकी संपत्ति को लेकर एक ही मामले में 3-3 जांचें बिठाई हैं ताकि वह उन्हें परेशान करके सत्ता हासिल कर सके लेकिन ऐसा नहीं होगा, क्योंकि मैं टूट सकता हूं लेकिन झुक नहीं सकता। सोलन में उन्होंने कहा कि वह कोई खानाबदोश नहीं हैं। सीलंग एक्ट के समय उनके परिवार द्वारा कई करोड़ों रुपयों की जमीनें सरकार को दी गई हैं।