शिमला जिला प्रशासन और WCA के माध्यम से आज ऐतिहासिक रिज मैदान पर बालिका दिवस के अवसर पर महिला श्रृंखला बनाई गई। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शपथ दिलाते हुए प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि बेटियों को भी एक सम्मान समझा जाए। यदि बेटियों को मौका दिया जाए तो बेटियां भी बेटों के सम्मान या उनसे आगे बढ़कर काम कर सकती हैं।
पहले बेटियों को रेलिंग जान के माध्यम से गर्भवती महिला के पेट में ही मार दिया जाता था और बेटियों के साथ भेदभाव किया जाता था। लेकिन आज के युग में बेटी है अनमोल और बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ अभियान के चलते जनता को जागरूक किया जा रहा है। बेटियों के लिए केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं।
इस कार्यक्रम में 1500 महिलाओं और बालिकाओं ने मानव श्रृंखला में हिस्सा लिया। शपथ ग्रहण की कि आने वाले समय में बेटियों को भी उतना ही सम्मान दिया जाएगा जितना बेटों को दिया जाता है।