राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज राजभवन में डॉ. प्रेमराज शर्मा द्वारा लिखी पुस्तक पातांजलदर्शन एवं गीता की योग मीमांसा पुस्तक का विमोचन किया। लेखक शिमला जिले के कडगांव के नंडला गांव के रहने वाले हैं और वर्तमान में हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में योग शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
राज्यपाल ने लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय दर्शन में योग का बहुत महत्व है और आज योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि भारतीय दर्शन में योग जीवन जीने की कला है, जो हमें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने में सहायक है। यह पुस्तक भारतीय दर्शन को योग की दृष्टि से समझने और इस समृद्ध ज्ञान को अपनाने में सहायक सिद्ध होगी।