विधानसभा चुनाव को लेकर हिमाचल में सियासी पारा भी चढ़ने लगा है। चुनाव की घोषणा के बाद जुबानी जंग भी तेज हो गई है। जिस तरह से नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हुआ है, उससे लगता है कि आने वाले दिनों में यह लड़ाई और तेज होगी। इसी कड़ी में बीजेपी के सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि वीरभद्र सरकार ने प्रदेश के युवाओं को बरोजगारी भत्ते के नाम पर झूठ बोलकर युवाओं को गुमराह किया है। अनुराग ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने बेरोजगारी भत्ते के नाम पर युवाओं को केवल ठगती आई है।
अनुराग ने कहा कि 2012 के चुनावी घोषणापत्र में कांग्रेस ने कहा था कि चुनाव जीतने के बाद प्रदेश में 10+2 पास युवाओं के लिए एक हजार और स्नातक के बेरोज़गार युवाओं के लिए 1500 रुपए प्रतिमाह दिए जाने का वादा किया था। लेकिन प्रदेश के युवाओं को इसका लाभ आज तक नहीं मिल पाया है। हालांकि, पिछले चार साल से युवाओं की मांग के बावजूद इस पर सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि चार साल तक सर्वेक्षण की कार्रवाई केवल कागजों में ही सिमट गई है। और जब चुनावों की घोषणा का समय आया तो वीरभद्र सिंह प्रदेश को 9 लाख बेरोजगार युवकों से किया गया झूठा वादा याद आया। क्योंकि वीरभद्र सिंह को लगा कि चुनाव के दौरान उनके लिए एक चुनौती बना सकता हैं तो आनन फ़ानन उन्होंने 16149 युवाओं के लिए, जो कुल बेरोजगार युवकों का केवल 1.79 फीसदी है, उन्हें बेरोज़गारी भत्ता देने का दावा किया।