कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर की निंदा की। राठ़ौर ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में जिस प्रकार की भाषा शैली का वह और उनके नेता प्रयोग कर रहे है उससे उनकी घटिया मानसिकता का पर्दाफाश हो गया है। भाजपा देश मे साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहें हैं, जिससे उन्हें कोई राजनैतिक लाभ मिल सकें। गोली मारो जैसे नारे का उदघोष करवा कर अनुराग दिल्ली चुनावों में किसी भी उपद्रव को फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
राठौर ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा अपनी हार को देखकर पूरी तरह बोखलाई हुई है। भाजपा देश की एकता और अखंडता को ध्वस्त कर चुनाव जीतने की फिराक में है। भाजपा असल मुद्दों पर नहीं, जाति और धर्म के नाम पर अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकना चाहती है। चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि अनुराग ठाकुर और भाजपा नेता जो चुनावों के दौरान गोली मारने या अन्य साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने में लगे हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके चुनाव प्रचार में तुरंत रोक लगाई जाए। देश के कानून से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ सहन नहीं किया जाना चाहिए।
30 जनवरी को कांग्रेस करेगी रैली
राठ़ौर ने कहा कि केंद्र सरकार की देश विरोधी नीतियों और प्रदेश सरकार की जन विरोधी फेंसलो के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस 30 जनवरी को सिरमौर के नाहन में एक बड़ी रैली का आयोजन कर रही है। इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता भाग लेंगे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहीदी दिवस पर आयोजित राष्ट्र एकता का संकल्प लेते हुए कांग्रेस देश के संविधान से खिलवाड़ करने वालो और देश को बांटने के किसी भी प्रयास का पुरजोर विरोध करते हुए इसके विरोध स्वरूप प्रदेश में जनजागरण अभियान शुरू करेगी।
उन्होंने कहा है कि आज देश जिन परिस्थितियों से गुजर रहा है वे बहुत ही चिंता का विषय है।बढ़ती आर्थिक मंदी से देश की अर्थव्यवस्था चोपट होती जा रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री पचास खरब डॉलर के विदेशी व्यपार की बात तो करती है पर यह कैसे संभव होगा इसकी उनके पास कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। केवल देश को ऐसे सपने दिखाने की कोशिश की जा रही है जो पूरे होते नही दिखते। यह ऐसा ही झूठ लगता है जैसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के चुनावों के समय विदेशों से काला धन लाने की बात कही थी।
राठौर ने कहा कि इसी प्रकार नागरिकता संसोधन कानून हो या एनआरसी देश के लोगों में अपनी नागरिकता को लेकर शंसय और डर पैदा हो गया है। लोग इसके खिलाफ सड़कों में उतर रहे है। उनकी आवाज दबाने के पूरे प्रयास किए जा रहें है।