कहते हैं कि मंजिले उन्हीं को हासिल होती हैं जिनके सपनों में जान होती है, महज पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। जी हां, ऐसे ही कुछ सपनों को साकार किया है, जिला कुल्लू के विकास खण्ड आनी के अंतर्गत पड़ते गांव रिवाड़ी के युवा डॉ, मुकेश शर्मा ने। जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से शिक्षा व सामाजिक क्षेत्र में कई बुलंदियां हासिल की हैं।
डॉ, मुकेश ने अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कई अवरोधों के बावजूद भी जीवन में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, बल्कि शिक्षा क्षेत्र में अपनी कडी मेहनत व सच्ची लगन को निरन्तर बनाए रखा और इसी के फलस्वरूप हॉल में उन्हें डॉक्टरेट के दीक्षांत समारोह में शिक्षा क्षेत्र की सबसे बड़ी पीएचडी की मानक उपाधि से अलंकृत किया गया, और शिक्षा क्षेत्र में प्रवीणता व पीएचडी में सराहनीय कार्य के लिए विश्वविद्यालय द्वारा स्वर्ण पदक से भी नबाजा गया। जो आनी क्षेत्र सहित समूचे हिमाचल के लिए गौरव की बात है। वे वर्तमान में ह्यूमन वेलफेयर सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष हैं और डॉ, सर्वपल्ली राधाकृष्णन बीएड,एमएड शिक्षण संस्थान नोगली रामपुर के चेयरमैन हैं।
डॉ, मुकेश शर्मा की बुलंदियों का यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं हो जाता। समूचे भारतवर्ष में शिक्षा व सामाजिक क्षेत्र में सराहनीय व उत्कृष्ट सेवाओं के लिए हॉल ही में ग्लोवल एचीवर फाउंडेशन नई दिल्ली द्वारा किए गए ग्लोवल सर्वे में भारतवर्ष की ग्लोबल अचीवर विभूतियों में से डॉ, मुकेश को भी "भारत गौरव अवार्ड 2020" के लिए चयनित किया गया है। यह अवार्ड उन्हें आगामी 1 फरबरी को थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय इंडो- थाई फ्रेंडशिप शिखर सम्मेलन 2020 में प्रदान किया जाएगा। इस सम्मेलन में विभिन्न देशों के मंत्री,एम्बेसडर, हाई कमिशनर, उत्कृष्ठ व्यवसायी तथा विभिन्न प्रदेशों के प्रतिनिधियोँ के अलावा विभिन्न देशों की संम्मानित विभूतियां भाग लेगीं।
हिमाचल प्रदेश से डॉ मुकेश शर्मा को स्वर्ण पदक सहित " भारत गौरव अवार्ड " मिलना प्रदेश व देश के लिए गौरव की बात है। डॉ,मुकेश ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने विद्वान पिता पं. मस्तराम शर्मा व माता कलावती तथा अपने गुरुजनों को दिया हैं। डॉ मुकेश शर्मा दर्शन शास्त्र, मनोविज्ञान तथा पत्रकारिता में स्नातकोत्तर हैं और हाल ही में उन्हें स्वर्ण पदक के साथ पीएचडी की मानक उपाधि से भी नवाजा गया है। वे पिछले कई वर्षों से युवाओं को बेहतर ढांचागत शिक्षा प्रदान करने में प्रयासरत हैं। वहीं होनहार गरीब बच्चों के उत्थान व समाजसेवा के लिए भी पूरी तरह से समर्पित हैं । समाज व प्रदेश को ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्ति पर नाज है।