हमीरपुर जिला के जंगलो मे वन भिवाग के चीड़ के पेड़ों को जख्मी किया जा रहा है। वन भिवाग के द्वारा की गई प्लांटेशन को सुरक्षित रखने के लिए कण्डा तार प्रयोग कि जाती है पर उसके लिए कक्रीट से बने पोल या चीड़ के पेड़ कर बनाये गए पोल या बांस का प्रयोग किया जाता है। लेकिन हमीरपुर वन भिवाग के मुख्यलय के कुछ किलोमीटर की दूरी पर बाड़ लगाने के लिए हरे भरे पेड़ों को कील से वार कर जख्मी किया जा रहा है।
सवाल ये उठता है किया क्या वन भिवाग के कर्मचारी ही इस तरह का काम कर रहे हैं या भिवाग ने किसी ठेकेदार को ठेका देकर ये काम करवाया है। क्योंकि चौकी जम्बाला के साथ लगते मति मोरिया के पास बाड़ लगाने के लिए इन चीड़ के पेड़ों को जख्मी किया है। और वहां पर कक्रीट सीमेंट के बने पोल भी लगाए गए हैं। लेकिन उनको देखकर भी ऐसा लगता है कि किसी ने जल्दबाजी में काम को समेट कर विभाग से पैसा लिया है और चलता बना है।
जब इस बारे में डीएफओ एलसी बन्दना से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई मामला हमारे धयान में नहीं है। यदि हमारे भिवाग में कहीं इस तरह के कार्य को इन्जाम दिया है तो वे जांच का विषय है।