हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के लिए ड्राइवर कंडक्टर ने कहां से सवारी उठाई और कहां से नहीं, इसको लेकर अब निगम की बसों की साइंटिफिक मॉनिटरिंग की जा रही है। जगह-जगह बसों की चैकिंग के बजाय अब ईटीएम का आरएम द्वारा अवलोकन किया जा रहा है। कई बार लोगों द्वारा शिकायतें की जाती थी कि एचआरटीसी बसों को कई स्थानों पर नहीं रोका जाता।
वहीं, कई बार ड्राइवर-कंडक्टर बसों को खाली ही दौड़ाते रहते थे। जिससे निगम को नुकसान उठाना पड़ रहा था और कई बार चालक समयसारिणी को न देखकर अन्य बसों के आगे या पीछे बसें भगा देते थे। इन्हीं सभी शिकायतों को मद्देनजर रखते हुए निगम की ओर से बसों में लगे जीपीएस के माध्यम से इनकी साइंटिफिक मॉनिटरिंग की जा रही है।
आरएम एचआरटीसी धर्मशाला पंकज चड्डा ने बताया कि निगम के शिमला, पठानकोट, होशियारपुर, उधमपुर रूटों पर चलने वाली बसों की साइंटिफिक मॉनिटरिंग शुरू की है। जिसके चलते बसों में जीपीएस लगाया है और कंडक्टर की जो ईटीम मशीन है, उससे टिकटस का अवलोकन कर रहे हैं। जिससे यह पता लगाया जा रहा निगम बस ने कहां से सवारी उठाई है और आरटीओ द्वारा जारी समयसारिणी को अपनाया है या नहीं।
दिल्ली के अलावा अन्य रूटों में यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे स्पष्ट है कि लोगों का निगम बसों की प्रति विश्वास बढ़ा है। कार्यालय में बैठकर ही लंबी दूरी की बसों की मॉनिटरिंग की जा रही है यह भी पता लगाया जा रहा कि कहां से यात्रियों को बिठाया जा रहा है और कहां नहीं बिठाया जा रहा है।