प्रतिपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बीते दस रोज़ से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। प्रदेशवासियों को बता दें की केंद्रीय बजट में हिमाचल प्रदेश को क्या हासिल हुआ? उन्होंने ने कहा कि बजट ने हिमाचल को निराश किया है और हिमाचल के लिए कोई भी प्रोजेक्ट नहीं दिया गया। जहां बजट में बेरोज़गारों से धोखा हुआ और नोकरियों का कोई प्रावधान नहीं है।वहीं, अर्थव्यवस्था को सुधारने की कोई गुंजाइश नहीं है।
देश की सड़कों की बजट से साफ़ है कि अब हिमाचल के राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं बनेंगे। तीसरे साल भी हिमाचल के राजमार्ग शुरू नहीं होंगे जबकि प्रदेश क़ो 65 हज़ार करोड़ की राजमार्ग देने की घोषणा हुई थी। उन्होंने कहा कि केंद्र ने मंदी और तालाबंदी से निपटने का कोई बंदोबस्त नही किया ऐसे में हिमाचल में निवेश के सपने भी धराशाही हो गए हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके मंत्री सारा साल दिल्ली भागते रहे। लेकिन हिमाचल के लिए कुछ भी हासिल नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि बजट में खाद्य और खाद दोनों के अनुदान घटा दिए हैं। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी वित्त मंत्रालय में बैठकर हिमाचल के हितों की पेरबी नहीं कर पाए।
अनुराग ठाकुर दिल्ली चुनावों के विवादों में फंसे रहे और बजट निकल गया। जयराम ठाकुर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी कोई मदद नही ले सके। केंद्र का बजट पूरी तरह फ़्लॉप साबित हुआ है और विकास दर में कोई सुधार नहीं होगा। हिमाचल प्रदेश को इस से कोई फ़ायदा नही होगा। बेरोज़गारी और महंगाई बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार पहाड़ में फेल हो गई है।