ऊना दौरे पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने प्रदेश सरकार द्वारा बार-बार कर्ज लिए जाने पर विपक्ष द्वारा की जा रही बयानबाजी का पलटवार किया। धूमल ने कहा की कांग्रेस ने सत्ता में आते ही कर्ज पर कर्ज लिए जिससे आने वाली सरकार को कर्जे की किश्त वापस करने और ब्याज देने के लिए धन की आवश्यकता पड़नी थी। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि जयराम सरकार जरूरत अनुसार ही कर्ज लेगी और विकास की दिशा में काम करेगी।
ऊना में अवैध खनन के मुद्दे को लेकर धूमल ने कहा कि ऊना जिला में चैनेलाइजेशन के लिए जो उन्होंने सपना देखा था कुछ लोग लालच में आकर उसे नुक्सान पहुंचा रहे है। इस तटीकरण के बाद ऊना जिला पूरे प्रदेश को अनाज की आपूर्ति कर सकता है। धूमल ने कहा कि उन्होंने सत्ता में रहते हुए स्वां तटीकरण को पूरा करवाने के लिए काम किया लेकिन कांग्रेस कार्यकाल में गति धीमी होती रही। यह दुर्भाग्य है कि इस योजना से जिस जिला में ख़ुशी की लहर आनी चाहिए थी उसे कुछ स्वार्थी तत्व खनन का काम करके उसे नुक्सान पहुंचा रहे हैं जिसका परिणाम है की इससे बदनामी भी हो रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि प्रशासन इस पर सख्ती से कार्रवाई करेगा।
वहीं, पिछले कुछ दिनों से केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और सीएम जयराम ठाकुर के बीच सामने आ रही दूरियों के सवाल पर धूमल ने कहा कि मुझे ऐसी कोई खट्टास नजर नहीं आती। उन्होंने कहा कि ये देखने वाली की नजरों पर डिपेंड करता है कि कौन किस नजर से देखता है। अनुराग और जयराम में मधुर संबंध है और दोनों प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे है।
धूमल ने कहा कि धर्मशाला और शिमला की बात तो सभी कर रहे हैं लेकिन पालमपुर की बात नहीं कर रहे जब अनुराग और जयराम ने कई घंटे इकट्ठे व्यतीत किये। उन्होंने कहा कि कुछ लोग दोनों के बीच ऐसी बातों को सोशल मीडिया में फैलाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रहे हैं। अनुराग जयराम से काफी छोटे हैं और दोनों के हितों में कोई टकराव नहीं है। दोनों समझदार नेता हैं और दोनों समझेंगे कि ऐसी साजिशों को कामयाब नहीं होने देंगे।
वहीं, अपनी ही सरकार होने के बाबजूद भी हो रही उपेक्षा के सवाल पर धूमल ने कहा कि ऊना का मेरा कोई आधिकारिक दौरा नहीं था। धूमल ने कहा कि अधिकारी या कर्मचारी मिलने आये या न आएं इन बातों की मैं चिंता नहीं करता और जिसे जब जरूरत होती है तो वो आ जाते हैं।