बीजेपी का ही विद्यार्थी परिषद विंग सरकार के खिलाफ खड़ा हो गया है। एबीवीपी ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में सड़कों की हालत खस्ता है जिसके परिणामस्वरूप सड़क हादसों में वृद्धि हो रही है। सड़कों को सुधारने के बजाए मुख्यमंत्री हेलिकॉप्टर में घूम रहे हैं।
एबीवीपी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हिमाचल विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणाम एवं पुनर्मूल्यांकन के परिणामों को तुरंत घोषित किया जाए। छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाएं। कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर और इक्डोल में की गई फ़ीस वृद्धि वापस ली जाए। विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग पर भर्ती बंद की जाए।
एबीवीपी के प्रांत मंत्री राहुल राणा ने सरकार को चेतावनी दी है कि उक्त मांगों को लेकर परिषद प्रदेश व्यापी आंदोलन खड़ा करेगी। जिसके तहत 7 फरवरी को पर्चा वितरण एवं प्राचार्य के मध्य से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 10,11 फ़रवरी को प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। 12 फ़रवरी को इकाई स्तर पर धरना प्रदर्शन किए जाएंगे। 14 फरवरी को डीसी के माध्यम से सीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 17,18 को सांकेतिक भूख हड़ताल व 20 फरवरी को कक्षाओं के बहिष्कार किया जाएगा।