हिमाचल प्रदेश में ठंड के बीच स्वाइन फ्लू ने एक बार फ़िर दस्तक दे दी है। ताजा मामले में शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल क़ॉलेज और अस्पताल (IGMC) के ही एक पीजी डॉक्टर को स्वाइन फ्लू पाया गया है। लक्षण नजर आने के बाद जब डॉक्टर का टेस्ट किया गया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इस साल यानी 2020 में 48 लोगों की जांच की गई जिनमें से 3 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जिनमें एक डॉक्टर भी शामिल है।
एमएस डॉ. जनक राज का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और मरीज का इलाज चल रहा है। प्रशासन ने ऐहतियातन तौर पर तैयारी कर ली है। स्वाइन फ्लू के मरीजों को रखने के लिए आइसोलेटिड वार्ड बना दिए हैं। IGMC के ही पीजी डॉक्टर में लक्षण दिखे थे जिसकी जांच के बाद स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए गए हैं। अभी तक आईजीएमसी में तीन मामले पॉजिटिव पाए गए है।
गौर रहे कि स्वाइन फ्लू का पहला मामला भी शिमला से ही सामने आया था। 6 साल की बच्ची की स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। प्रदेश में स्वाइन फ्लू के 5 मामले सामने आ चुके हैं। शिमला में तीन, मंडी से एक और कांगड़ा से एक केस रिपोर्ट हुआ है। साल 2019 में सूबे में 41 लोगों की स्वाइन फ्लू से जान गई थी। इससे पहले, 2017 में 27 लोगों को स्वाइन फ्लू ने ग्रास बनाया था। स्वाइन फ्लू की शुरूआत खांसी-जुकाम से ही होती है। बीमारी में शरीर में थकान, ठंड लगना, सिर दर्द होना इसके लक्षण हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वाइन फ्लू का इलाज मुफ्त किया जाता है और फ्री में ही दवाएं दी जाती हैं।