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6-8 लाख हिमाचली तय करेंगे दिल्ली के भविष्य का फैसला, 8 को है मतदान

नवनीत बत्ता |

दिल्ली का मतदान एक ओर जहां भाजपा के लिए साख़ की लड़ाई बन चुकी है वहीं कांग्रेस पार्टी इस पूरे चुनाव में नज़र नहीं आ रही। दिल्ली में AAP पार्टी का दमख़म देखकर और आबो हवा देख़कर बीजेपी ने चुनाव प्रचार प्रसार में कोई क़सर नहीं छोड़ी है। हिमाचल सरकार की ओर से भी ख़ासतौर पर दिल्ली में हाजिरी लगाई गई है। इसी बीच ख़बर है कि दिल्ली के इस विधानसभा चुनाव में हिमाचलियों का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है।

रफ़ आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में 5 से 8 लाख के बीच हिमाचली मतदातारहता है जो कि दिल्ली की राजनीति का महत्वपूर्ण रोल चुनावों में अदा करेगा। दूसरी ओर कांग्रेस की बात करें तो रामलाल ठाकुर की अध्यक्षता में एक कमेटी हिमाचल कांग्रेस से भी बनाई गई थी जो कि दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए गई। अब जब दिल्ली में कल मतदान होना है तो ऐसे में ये 6 से 7 लाख हिमाचली वोटर का भी महत्वपूर्ण योगदान रहने वाला है।

वहीं अगर हम हिमाचल की नेताओं की बात करें तो हमीरपुर से सांसद और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर इस पूरे चुनाव प्रचार में पूरे देश में चर्चा का विषय बने रहे। इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा जगत प्रकाश नड्डा भी हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से ही आते हैं तो यह कहा जा सकता है कि हिमाचल प्रदेश का इस चुनाव प्रचार में महत्वपूर्ण योगदान रहा और जगत प्रकाश नड्डा के साथ-साथ अनुराग ठाकुर दोनों ही सुर्खियां बटोरने में कामयाब रहे।

हिमाचल में हो रही फ़जीहत के बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी लगातार चुनाव प्रचार में बने रहे और उन्होंने बिना 1 दिन की छुट्टी लिए 15 दिन लगातार दिल्ली में बैठकर चुनाव प्रचार किया। विशेष रूप से हिमाचल के जो मोहल्ले हैं या जहां हिमाचली लोग रहते हैं उनसे खुद मिल मिलकर भाजपा के पक्ष में मतदान करने की बात कही। अब देखना यह है कि हिमाचल के नेताओं का अभियान कितना सफल हो पाएगा। 11 तारीख को चुनाव परिणाम आने वाले हैं और तभी पता चलेगा प्रदेश के दिग्गजों ने दिल्ली में क्या बीच बोये हैं।