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बाबा बालकनाथ मंदिर में 14 मार्च से शुरू होंगे चैत्र मास मेले, तैयारियों को लेकर डीसी ने बुलाई बैठक

कमल कृष्ण |

उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिद्ध बाबा बालकनाथ दियोटसिद्ध में 14 मार्च से चैत्र मास मेले शुरू होंगे जो 13 अप्रैल तक चलेंगे। महीना भर चलने वाले इन मेलों की तैयारियों को लेकर डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मेले के आयोजन की तैयारियों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। डीसी ने बताया कि  इस वर्ष सिद्ध बाबा बालक नाथ जी मंदिर, दियोटसिद्ध में चैत्र मास मेले का आयोजन आगामी 14 मार्च, 2020 से 13 अप्रैल, 2020 तक किया जा रहा है। मेले के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस व गृह रक्षक जवान नियुक्त किए जाएंगे। मंदिर परिसर में नियंत्रण कक्ष स्थापित कर इसे आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया जा रहा है, ताकि असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके। उन्होंने सुरक्षा कर्मियों के ठहरने व खान-पान की उचित व्यवस्था करने के निर्देश मंदिर अधिकारी को दिए।

उन्होंने कहा कि मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाओं सहित लंगर की उचित व्यवस्था की जाएगी। इस बार दोपहर और रात को लगने वाले लंगर के अतिरिक्त सुबह और शाम अल्पाहार (नाश्ते) की व्यवस्था भी की जाएगी। लंगर का समय प्रातः 11.00 से दोपहर बाद 3.00 बजे और शाम 8.00 से रात 11.00 बजे तक रहेगा। इसके अतिरिक्त प्रातः 7.00 बजे से 10.00 बजे तक और शाम को 4.00 से 7.00 बजे तक अल्पाहार (नाश्ते) व जलपान की सुविधा प्रदान की जाएगी। छोटे बच्चों के लिए लंगर स्थल पर ही दूध इत्यादि की भी व्यवस्था रहेगी।

डीसी ने कहा कि सिद्ध बाबा बालकनाथ जी और चैत्र मास मेलों के प्रति हमीरपुर जिला के लोगों में अगाध श्रद्धा रहती है। मंदिर न्यास इस बार चैत्र मास मेलों के सीधे प्रसारण की व्यवस्था जिला मुख्यालय में भी करने पर विचार कर रहा है। इसके लिए चुनिंदा स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी। शाहतलाई की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पथ-प्रकाश की व्यवस्था और बेहतर की जाएगी। उन्होंने दियोटिसिद्ध मंदिर तक रास्तों व सम्पर्क सड़कों की छिटपुट मुरम्मत समय रहते पूर्ण करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिए।

उन्होंने पार्किंग संख्या-एक से लुधियाणा धर्मशाला तक रिटेनिंग वॉल लगाने के लिए प्राक्कलन तैयार करने को कहा, ताकि रास्ता चौड़ा होने से पैदल यात्रियों को सुविधा हो सके। शाहतलाई की ओर दियोटसिद्ध मंदिर की ओर आने वाली सड़क की हालत सुधारने के लिए उपायुक्त बिलासपुर के सहयोग से कार्य करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए। इसके अतिरिक्त पुराने बस अड्डे के समीप भू-स्खलन से गिरे मलबे को शीघ्र वहां से हटाने के भी निर्देश दिए, ताकि कांगड़ा की ओर से आने वाली बसों की पार्किंग के लिए और जगह उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि गत वर्ष की भांति इस बार भी शाहतलाई व सलौनी की ओर से आने वाली गाड़ियों की पार्किंग व्यवस्था यथावत रहेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम की ओर से विशेष बसें भी संचालित की जाएंगी।

बैठक में मेले के दौरान श्रद्धालुओं के ठहरने, उन्हें स्वच्छ भोजन, खाद्य सामग्री व रोट प्रसाद उपलब्ध करवाने व उनके मूल्य निर्धारण, दुकानों के बाहर मूल्य सूची व वस्तुओं के भार निरीक्षण, अस्थायी दुकानों के निरीक्षण, चिकित्सक, स्वास्थ्य निरीक्षक एवं बहुद्देशीय कार्यकर्ताओं को तैनात करने, मेला के दौरान क्रेन व अग्निशमन वाहन की व्यवस्था, मेला अधिकारी व सैक्टर मैजिस्ट्रेट की नियुक्ति, मंदिर को 24 घंटे खुला रखने, शाहतलाई से दियोटसिद्ध तक टैक्सी का किराया निर्धारित करने, अस्थायी शौचालयों व स्नानागारों के निर्माण, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए संकेत चिह्न (साईन बोर्ड) लगाने, मंदिर की साज-सज्जा, लाईव ऑडियो-वीडियो व ध्वनि प्रसार सेवा सहित अन्य मदों पर चर्चा की गयी।