34वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला थीम राज्य हिमाचल प्रदेश ने शिल्प मेला मैदान को ब्रांड हिमाचल प्रदेश के रंगों से भर दिया है। राज्य की पर्यटन क्षमता को इस शिल्प मेला में अंतरराष्ट्रीय स्तर के मंच पर प्रदर्शित किया जा रहा है। शिल्प मेले में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों, अनछुए क्षेत्रों को अंतरराष्ट्रीय मंच मंच उपलब्ध करवाया गया है। मेले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटक सूचना केंद्र एवं प्रदर्शनी स्टॉल स्थापित किए गए हैं।
मेले का शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया और उन्होंने हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के साथ हिमाचल पर्यटन के सूचना केंद्र और प्रदर्शनी स्टॉल का दौरा भी किया। ब्रांड हिमाचल पर्यटन को बढ़ावा देने तथा इसे उन्नत करने के लिए प्रिंट और इलैक्ट्रॉनिक मीडिया, एफएम रेडियो के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है।
शिल्प मेला ग्राउंड में हिमाचल की पर्यटन क्षमता को दर्शाने के लिए बड़े होर्डिंग्ज, एलईडी स्क्रीन, सेल्फी प्वाईंट इत्यादि स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा मेला ग्राउंड में हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को दर्शाने वाली कलात्मक दीवार, कला और चित्र लगाए गए हैं। आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए ‘आई लव हिमाचल’ के नारे के साथ सेल्फी प्वाईंट स्थापित किया गया है।
मेला मैदान में पर्यटन को बढावा देने वाली फिल्मों को दिखाया जा रहा है जिसका उद्देश्य सांस्कृतिक धरोहर, आध्यात्मिक पर्यटन, साहसिक पर्यटन और बौद्ध परिधि और सामान्य पर्यटन को बढ़ावा देना है। पूरे मेला ग्राउंड को हिमाचल थीम से सजाया गया है और आगंतुक सूरजकुंड शिल्प मेले में हिमाचल प्रदेश को महसूस कर रहे हैं।
पर्यटन प्रदर्शनी आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी है और बड़ी संख्या में लोग इस स्टॉल में अपनी सेल्फी ले रहे हैं। कलाकारों के 70 स्टॉल और अन्य खाद्य स्टॉल हिमाचल प्रदेश थीम के साथ ब्रांडिड किए गए हैं।