जिला मंडी के संधोल तहसील की गांव पंचायत घनाला के अंतर्गत बल्ला, अप्पर घनाला औऱ निचला घनाला गांव के लोगों ने तहसीलदार संधोल के माध्यम से एक ज्ञापन एसडीएम धर्मपुर को दिया है। इसमें बल्ला गांव में बन रही पेयजल सिंचाई योजना को गांव वासियों की राय लिए बिना उनके खेतों के साथ बहुत बड़ी पाइप लाइन बनाना शुरू कर दी है। इससे उनके खेतो औऱ घरों के लिए खतरा है। इसलिए इन गांव वालों ने इस योजना को तुरंत बंद करने की मांग की है और गांव वालों ने सरकार औऱ प्रशाशन को जताया है की अगर सरकार जोर जबरदस्ती वाली निति अपनाती है। तो जनता में विद्रोह की भावना उत्पन्न होगी जिसकी जिम्मेवारी सरकारी प्रशासन की होगी। ज्ञापन में करीब 60 लोगों ने दस्तखत किए है।
गौरतलब है कि सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की यह स्कीम पहले बक्कर खड्ड की दूसरी तरफ बनना प्रस्तावित थी। जो कि हमीरपुर जिला के अधीन था। लेकिन बाद में स्थान बदल कर इसे बक्कर खड्ड के इस तरफ मंडी जिला में बनवाया जा रहा है। जिसका संधोल सेवा एवं विकास समिति भी पहले ही कड़ा विरोध कर चुकी है। लेकिन इस बार इस स्कीम का विरोध स्थानीय लोगों ने करना शुरू कर दिया है। वहीं, संधोल सेवा विकास समिति के अध्यक्ष मान सिंह ने बताया कि यह जगह दर्जनों गांवों का धार्मिक स्थल (शमशान घाट) भी है और हज़ारो लोगों की आस्था से जुड़ा है। जिस वजह से लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
वहीं, युवा कांग्रेस धर्मपुर के अध्यक्ष जितेंद्र ठाकुर ने विभाग से पूछा कि डिग्री कॉलेज के लिए पूर्व की वीरभद्र सरकार ने इस जगह को चुना था। तब इस स्थान को फ्लड जोन घोषित करवा दिया गया था। अब इस फ्लड जोन में क्यो इतने बड़े स्तर पर जनता के पसीने की गाढ़ी कमाई को दांव पर लगाया जा रहा है और लोगों से पूछे बगैर उनकी जमीन को काट कर बड़े-बड़े पाइप दबाए जा रहे है। जबकि स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे है। वहीं पंचायत घनाला के लोगो ने स्थानीय पंचायत के जनरल हाउस में इस स्कीम का विरोध किया था। पंचायत के जनरल हाउस में इस स्कीम को ना बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। आईपीएच के एसडीओ शेखर कटोच ने बताया कि यह जमीन सरकारी है और इससे किसी की जमीन या घर को कोई खतरा नहीं जबकि इसके लिए पंचायत के अनापत्ति की जरूरत नहीं रहती है।