मंगलवार शाम को चिंतपूर्णी मंदिर में तैनात सफाई कर्मचारियों के नदारद पाए जाने के बाद मंदिर आयुक्त ने एक्शन लिया है। उन्होंने मंदिर न्यास को वर्तमान सफाई ठेकेदार की सेवाएं रद्द करने के निर्देश दिए। इसके बाद बुधवार सुबह उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब सफाई कर्मचारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। सफाई ठेकेदार के कर्मचारियों ने इसका विरोध जताते हुए कहा कि उनके साथ अन्याय किया जा रहा है, जबकि उन्होंने कोई गलत कार्य नहीं किया। क्षेत्र की बेहतर सफाई व्यवस्था सुचारू करने के बाद ही वे अपने रिश्तेदार की शादी में गए थे और कई कर्मचारी ड्यूटी भी कर रहे थे।
वहीं, सफाई ठेकेदार शेर सिंह का कहना है कि उनके कर्मचारी मंगलवार दोपहर तक सफाई करने के बाद कुछ कर्मचारी एक विवाह समारोह में भाग लेने पंजाब के अमृतसर में गए थे। मंदिर आयुक्त संदीप कुमार ने इसी वजह से ठेकेदार की सवेाएं निलंबित करने के निर्देश दिए थे। ठेकेदार ने मंदिर प्रशासन से आग्रह किया है कि उन्होंने पिछले तीन महीने में चिंतपूर्णी क्षेत्र में बेहतर सफाई व्यवस्था दी है। अत: इस बात को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन पुन: इस निर्णय पर विचार करे।
वहीं, बुधवार को क्षेत्र में पहुंचे नए सफाई कर्मचारियों को ठेकेदार के कर्मचारियों ने सफाई नहीं करने दी। इस विवाद के अभी और बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं। हालांकि न्यास द्वारा नए सफाई ठेकेदार का चयन करना अभी बाकि है। दोपहर को मामले ने फिर तूल पकड़ी जब सुलभ कम्पनी के सफाई कर्मचारियों ने बाजार की सफाई शुरू की तो निलंबित सफाई ठेकेदार के कर्मचारियों ने उन्हें रोका जिस के बाद स्थानीय पुलिस को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने मंदिर प्रशासन वह सुलभ कम्पनी के खिलाफ नारेबाजी भी की।