भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन हिमाचल प्रदेश की राज्य इकाई ने आयुर्वेदिक फार्मेसी कॉलेज के छात्रों के साथ पुलिस द्वारा मारपीट और केस दर्ज करने की घटना का कड़ा विरोध किया है। प्रदेश अध्यक्ष छत्तर सिंह ठाकुर ने कहा कि जब छात्रों ने बैजनाथ जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर अपनी समस्याओं के समाधान के लिए बात रखनी चाही तो उन्हें आश्वाशन का लॉलीपॉप देकर वहां से चले जाने को कहा।
लेकिन जब प्रशिक्षु छात्रों ने पपरोला के आयुर्वेदिक महाविद्याल में फिर से मुख्यमंत्री से समस्याओं और अन्य मांगों को लेकर मिलने की कोशिश की तो सुरक्षाकर्मियों व पुलिस ने छात्रों को वहां से हटाने के लिए बल प्रयोग और लाठीचार्ज किया जिसमें एक छात्रा बेहोश भी हुई ।
छत्तर ठाकुर ने कहा कि छात्र आंदोलनों से उठकर मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बने व्यक्ति आज छात्रों की समस्याओं को अनसुना कर उनपर बर्बरता कर रहे है ये बहुत शर्म की बात है। एनएसयूआई ने सरकार व मुख्यमंत्री को चेताया है कि अगर जल्द ही इन छात्रों की मांगों को न माना गया और इन निर्दोष छात्रों के केस वापिस न लिए गए तो एनएसयूआई प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू कर देगी और उसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।