कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रंजीत रंजन और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी ने शिमला में कहा कि बीजेपी के विजन डॉक्यूमेंट में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसे देख कर जनता चुनाव में बीजेपी का समर्थन करे। उन्होंने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट जारी करते केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की हताशा भी साफ देखने को मिल रही थी। रंजीता रंजन ने कहा कि चुनावों से कुछ दिन पहले बीजेपी भ्रष्टाचार के खिलाफ आरोप लगाती रही लेकिन जब जेटली हिमाचल पहुंचे तो भ्रष्टाचार पर जिक्र करने से बौखला गए और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने यू-टर्न ले लिया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट के नाम पर बीजेपी ने जनता के समक्ष केवल जुमला डॉक्यूमेंट पेश किया है।
रंजन ने कहा कि प्रदेश बीजेपी के इस घोषणा पत्र का नाम सपनों का डॉक्यूमेंट्स होना चाहिए था। लगता है कि अरुण जेटली भी यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह सिर्फ जुमले देने आए थे। उन्होंने कहा कि 2022 तक प्रदेश के किसानों एवं बागवानों की आय दोगुनी करने की बात बीजेपी अपने घोषणा पत्र में कह रही है, जबकि यही वायदा पी.एम. मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कर चुके हैं।
बीजेपी शासित राज्यों में बढ़ते महिलाओं पर अपराध पर अंकुश क्यों नहीं
रंजन ने कहा कि सुरक्षा पेंशन योजना और महिला पुलिस स्टेशन सहित कई ऐसी योजनाएं हैं, जो हिमाचल में वीरभद्र सरकार पहले ही शुरू कर चुकी हैं और अब बीजेपी भी उन्हीं योजनाओं को अपने घोषणा पत्र में लेकर आ गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गुडिय़ा के नाम पर महिला स्टेशन खोलने की बात बीजेपी कह रही है जबकि, बीजेपी यह नहीं बता रही कि बीजेपी शासित राज्यों में महिलाओं पर बढ़ते अपराध पर अंकुश क्यों नहीं लग रहा है?