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धर्मशालाः सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी में दो दिन से चल रही भूख हड़ताल को VC ने करवाया बंद

मनोज धीमान |

सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के धर्मशाला कैंपस में दो दिन की भूख हड़ताल आज ख़त्म हो गई है। सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी  के वाइस चांसलर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्  के आंदोलन को आज बंद करवाते हुए मांगों को मानने के आश्वासन के बाद सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी में शिक्षा शुरू हो पाई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का कहना है कि सीयू प्रशासन की ओर से दिए गए आश्वासन पर शिक्षा शुरू की गई है, लेकिन स्थायी कैंपस की मांग को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगी। गौरतलब है कि सीयू में मूलभूत सुविधाओं सहित स्थायी कैंपस की मांग को लेकर एबीवीपी द्वारा सीयू धर्मशाला में पिछले दो सप्ताह से आंदोलन किया जा रहा है और पिछले 5 दिनों से क्रमिक भूख हड़ताल जारी है। बुधवार को सीयू के वीसी ने धर्मशाला कैंपस में एबीवीपी के आंदोलनरत स्टूडेंटस की मांगों को सुनकर एक सप्ताह के भीतर समाधान का आश्वासन दिया।

सीयू हिमाचल प्रदेश के वीसी डॉ कुलदीप चंद अग्रिहोत्री ने कहा कि एबीवीपी की हड़ताल जो चल रही थी, आज सभी छात्रों को आश्वासन दिया है कि जो हम कर सकते हैं उन सभी समस्याओं को जल्द सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। स्थायी कैंपस निर्माण के लिए भारत और प्रदेश सरकार से संपर्क किया जा रहा है कि जो जमीन का मसला है वो जल्द सुलझ जाए, जिससे कि स्थायी कैंपस का निर्माण हो सके। धर्मशाला में सीयू की भूमि का मसला केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के पास पेंडिंग हैं, उसका फैसला हो जाएगा तो जमीन सीयू प्रशासन के नाम हो जाएगी। देहरा में सीयू के नाम 110 एकड़ भूमि हस्तांतरित हुई है, जबकि 180 एकड़ भूमि उच्च शिक्षा विभाग के नाम हस्तांतरित हुई है, इस भूमि के सीयू के नाम हस्तांरित होते ही हम कैंपस निर्माण का काम शुरू कर देंगे। सभी स्टूडेंटस को कक्षाएं लगाने को कहा गया है।

सीयू के पीएचडी स्कॉलर नवनीत कौशल ने कहा कि एबीवीपी सीयू के स्थायी कैंपस निर्माण के लिए पिछले 11 सालों से आंदोलन कर रही है। सीयू के स्टूडेंटस पिछले 15 दिनों से लगातार आंदोलन कर रहे हैं और छह दिन से क्रमिक भूख हड़ताल पर हैं। देहरा कैंपस में पिछले 10 दिनों से कक्षाएं नहीं लगाई जा रही हैं।  सीयू प्रशासन ने सात दिन के भीतर मांगों को मानने का आश्वासन दिया है। आश्वासन के बाद कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी, लेकिन स्थायी कैंपस निर्माण के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगी। आंदोलन के चलते वीसी को हमारी समस्याएं जानने आना पड़ा और समस्याओं के संबंध में आश्वासन मिला है।