परीक्षाएं नजदीक और गुरूजन आग सेकने में व्यस्त हैं। यह मामला घुमारवीं उपमंडल के अंतर्गत आने वाली माध्यमिक पाठशाला कोटला का है। जहां केवल स्कूल के 9 बच्चों को पढ़ाने के लिए 3 अध्यापक मौजूद हैं। लेकिन वह भी ठंड से बचने के लिए आग सेंकने में ही व्यस्त हैं। बच्चों को कमरों में बिठाए जाने के बजाय खुले मैदान में बिठाया गया और गुरूजनों ने कक्षा से कुछ दूरी पर ठंड से बचने के लिए आग को जलाया है। एक फोटो दिखाई दे रहा है कि कुछ बच्चे मैदान में बैठे हुए हैं और कुछ बच्चे अध्यापकों के पास खड़े हुए हैं। जबकि कक्षा में मौजूद कुर्सियां खाली पड़ी हुई हैं। ऐसा लग रहा है कि परीक्षाएं नजदीक होने के कारण बच्चों को पढ़ाई पर खुद ही ध्यान देना पड़ रहा है।
वहीं स्कूल प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि जब भी मौसम खराब होता है तो बच्चों को ठंड न लगे इसलिये स्कूल परिसर में आग जलाई जाती है। बुधवार को भी सुबह ठंड ज्याद थी इसलिये आग जलाई गई थी। उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा सुदर्शन कुमार ने बताया कि कार्रवाही करते हुए कठलग स्कूल के प्रधानाचार्य को निरिक्षण करने के आदेश दिए थे। स्कूल परिसर में आग जलाने का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने मामले पर कार्रवाई करते हुए अध्यापकों से लिखित में आगे से ऐसा न करने की हिदायत दी है।