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मंडीः बली राम ने बचाई लाखों लोगों और जानवरों की जान, अब तक सरकार से नहीं मिली कोई आर्थिक मदद

सचिन शर्मा, मंडी |

जिला मंडी के उपमंडल बल्ह की ग्राम पंचायत सलवाहण के बली राम पुत्र संतु राम निवासी मंडी हार नहीं मानते अभी भी जीवन रक्षक पुरस्कार राष्ट्रपति से मिला होने के बावजूद हिमाचल सरकार और बीबीएमबी प्रशासन हुए निराश कभी भी लोगों के लिए अपनी सेवा देने के लिए मांग कर रहे हैं कि उन्हें लाइफ सेविंग किट और बाकी का सामान दिया जाए जिससे वे और लोगों की जिंदगी बचा पाये साल 1977 से अब तक लगभग 70 से अधिक लोगों और 500 जानवरों को जिंदा और 20 शवों को नहर से बाहर निकाल चुके है। बली राम राओ पुल के पास एक छोटी सी दुकान में ही बिस्तर लगाकर 24 घंटे इस मानवीय सेवा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं और इसी दुकान से गुजर बसर कर अपने परिवार का पेट पालते हैं।

बली राम निजी तौर पर पिछले कई दशकों से बिना किसी सरकारी मदद के इस कार्य में निरंतर लगे हुए हैं। लेकिन उन्हें प्रदेश सरकार और बीबीएमबी प्रबंधन के उदासीनता भरे रवैए का मलाल जरूर है। बली राम ने कहा कि साल 1977 में जब बीएसएल नहर में पानी छोड़ा गया था उस समय से वह इस नहर से सैकड़ों लोगों और जानवरों को बचा चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें साल 2009 में राष्ट्रपति द्वारा जीवन रक्षा पदक प्रदान करने के साथ 30 हजार रुपयों का ईनाम भी दिया गया था। उन्होंने कहा कि उनके परिवार में पत्नी और 2 बेटे, बहुएं और पोता, पोती हैं और इन सबका खर्चा इसी छोटी सी दुकान से चल रहा है। उन्होंने कहा कि परिवार में कोई भी सरकारी नौकरी में नहीं है।

उन्होंने कहा कि आजदिन तक उनके द्वारा इंसान के साथ-साथ सैकड़ों मवेशियों को भी नहर में डूबने से बचाने में अहम भूमिका निभाई गई है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा उनकी दुकान में रखी गई रस्सीयों के सहारे जान जोखिम में डालकर दिन और रात में नहर में गिरने वाले लोगों और जानवरों की जान बचाई जाती है। उन्होंने कहा कि उन्हें आजतक हिमाचल प्रदेश सरकार और बीबीएमबी प्रबंधन द्वारा प्रोत्साहित न करने का मलाल है। बली राम ने कहा कि उनके द्वारा बीबीएमबी प्रबंधन से उनकी सुरक्षा के लिए मात्र एक लाईफ सेविंग किट की मांग की गई थी जो आजदिन तक नसीब नहीं हो पाई है।