हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के नाम पर फर्जीवाड़ा चल रहा है। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए उन्हें फर्जी डिग्रियां दी जा रही हैं। निजी यूनिवर्सिटीज इस सारे गड़बड़ झाले को अंजाम दे रही हैं। आलम यह है कि ये यूनिवर्सिटीज फर्जी तरीके से अब तक लाखों डिग्रियां प्रिंट कर छात्रों को दे चुकी हैं। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ( यूजीसी) के पत्र में यह खुलासा हुआ है। यूजीसी ने इस बाबत सरकार को एक चिट्टी लिखी है और इस चिट्ठी को सरकार ने रेगुलेटरी कमीशन को दिया है।
इस फर्जीवाड़े को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मुखर हो गयी है। ABVP ने आज उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। ABVP ने विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष ने कहा कि ABVP प्रदेश में शिक्षा के व्यापरिककरण के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि शिमला की APG यूनिवर्सिटी ऒर सोलन की मानव भारती यूनिवर्सिटी में जो डिग्रियां बेचने का मामला सामने आया है वह पूरे प्रदेश के लिए शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि UGC ने कई महीने पहले सरकार को इसके विषय मे जानकारी दे दी थी परंतु सरकार ने इस पर कोई कड़ी कार्यवाही नही की है। उन्होंने मांग की है कि इन यूनिवर्सिटियों की मान्यता रद्द की जानी चाहिए।