प्रदेश में बढ़ रहे नशे और बेरोजगारी की समस्या को लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। इसकी शुरुआत मार्च महीने में कांगड़ा जिले से की जा रही है। मार्च में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा कांगड़ा में महासम्मेलन का आयोजन करेगी जिसमें 10 हजार लोग जुटाने का दावा भी किया जा रहा है।
शिमला में क्षत्रिय महासभा हिमाचल के प्रभारी उदय सिकटा ने कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार पिछले दो साल में नशे, बेरोजगारी, महंगाई पर लगाम लगाने के लिए कोई एक्शन प्लान नहीं बना पाई है। लोग भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों से दुखी हो चुके हैं। क्षत्रिय महासभा जातिगत आरक्षण के बजाय देश में आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग कर रही है।
इसके अलावा क्षत्रिय महासभा ने प्रदेश में बिजली और सीमेंट के दाम सस्ते करने की मांग की है और कहा कि प्रदेश में बिजली और सीमेंट का उत्पादन होता है। प्रदेश के लोगों को ही मंहगा बिजली और सीमेंट मिल रहा है। जयराम सरकार प्रदेश के युवाओं को नशे में धकेलना चाहती है तभी शराब को सस्ता किया गया है।