कल तक स्वास्थ्य मंत्री रहे विपिन परमार को मंत्रिपद से हटाकर विधानसभा ने विपिन परमार के नाम पर मोहर लगाई थी। आज विपिन परमार ने विधानसभा में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भी भर दिया है। 26 फरवरी यानी कल विपिन परमार विधानसभा अध्यक्ष पद की शपथ लेंगे। विपिन परमार कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा क्षेत्र से सम्बंध रखते है ओर शांता कुमार के चेले माने जाते है। उनको मंत्रिमंडल से हटाकर विधानसभा अध्यक्ष बनाना कांगड़ा की राजनीति में फ़िर से नए समीकरण पैदा कर सकता है।
विपिन परमार के अध्यक्ष बनते ही अब प्रदेश में तीन मंत्री पद खाली हो गए है। मंत्री पद की दौड़ में कांगड़ा से राकेश पठानिया सबसे आगे दौड़ में है उसके बाद रमेश धवाला का नाम लिया जा रहा है। क्योंकि कांगड़ा प्रदेश का 15 सीटों वाला सबसे बड़ा जिला है। यही से सरकार की दशा और दिशा तय होती है। ऐसे में इस तरह के उलटफेर सरकार पर भारी पड़ सकते है। अब देखना यही है कि विपिन परमार के अध्यक्ष बनने के बाद किसको मंत्री पद मिलता है और प्रदेश की सियासत किस करवट बैठती है।