जिला ऊना में दो बच्चों की मौत के मामले को लेकर परिजनों द्वारा अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही के आरोप लगाए जाने के बाद आज उसी डॉक्टर का नया कारनामा सामने आया है। जिला के ही सुनेहरा गांव की एक महिला ने शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत की हुई है। सुनेहरा निवासी नेहा शर्मा का आरोप है कि 12 जनवरी को उसने एक प्राईवेट अस्तपाल में बेटे को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद बेटे की तबीयत खराब बताई गई और साथ लगते बच्चों के अस्पताल भेज दिया।
नेहा शर्मा का कहना है कि मुझे दो घंटे बाद बेटे को वापिस करने की बात कही गई थी, लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी बेटे का शिशु रोग विशेषज्ञ उपचार करते रहे। पीड़िता ने बताया कि शिशु रोग विशेषज्ञ ने बेटे को सांस की शिकायत बताते हुए इलाज किया। दो दिन बीत जाने के बाद भी बेटे को शिशुरोग विशेषज्ञ छुट्टी नहीं दे रहा था, जहां से जबरदस्ती बेटे को लेकर मोहाली के एक निजी अस्पताल ले गए। नेहा ने बताया कि शिशुरोग विशेषज्ञ ने मुझे काफी टॉर्चर किया। डॉक्टर ने न हमें सम्मरी शीट दी और न ही कोई ट्रीटमेंट शीट दी है। उन्होंने बताया कि बच्चे को वहां से ले जाने को लेकर शिशु रोग विशेषज्ञ ने मेरे खिलाफ FIR दर्ज करवाने की धमकी भी दी।
बता दें कि गत दिवस शिशु रोग विशेषज्ञ पर मौत के बाद बच्चों को पीजीआई रेफर करने का आरोप लगाते हुए दो परिवारों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा करते हुए नारेबाजी की थी। इस पीड़ित महिला की मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में हुई शिकायत की स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। एमओएच डॉ. निखिल सहोड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से नैया शर्मा की शिकायत आई है जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निजी अस्पताल से रिकॉर्ड तलब कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।