मशहूर पेंटर और हास्य व्यंग्य कलाकार सर जॉन टेनियल की 200वीं जयंती पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें याद किया। सर जॉन टेनियल को साल 1893 में उनकी बेहतरीन कलात्मक उपलब्धियों के लिए नाइट की उपाधि दी गई थी। सर जॉन टेनियल 28 फरवरी, 1820 में लंदन में उनका जन्म हुआ था। उन्होंने रॉयल अकादमी स्कूलों में पढ़ाई की थी। कला के प्रति उनका रुझान पहले से ही थी। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 1836 में उन्होंने अपनी अपनी पहली तस्वीर सोसाइटी ऑफ ब्रिटिश आर्टिस्ट्स की एग्जीबिशन में भेजी थी। इस दौरान सर जॉन टेनियल की उम्र महज 16 साल थी।
सर जॉन टेनियल की 16 फीट उस कार्टून को बेहद सराहा गया था जो उन्होंने वेस्टमिंस्टर के नए पैलेस में लगाए जाने के लिए तैयार किया था। उनकी इस कला को देखने के बाद काफी सराहा गया। यही नहीं उन्हें 100 यूरो मिले थे। उनके बनाए गए कार्टून लोगों को बेहद पसंद आते थे। यही कारण है कि कम समय में उन्हें काफी लोकप्रियता मिल गई थी। सर जॉन टेनियल को पंच पत्रिका के राजनीतिक कार्टूनिस्ट के तौर अलग पहचान मिली थी।
उनकी बेहद मशहूर तस्वीर को गूगल ने अपने डूडल में दिखाया है। इस पेंटिंग को सर जॉन टेनियल ने लुइस कैरोल के एलिस एडवेंचर इन वंडरलैंड स्टोरीज में पेश की गई थी। अपनी बेहतरीन कला के माध्यम से सर जॉन टेनियल ने दुनियाभर में प्रसिद्ध थे। आज भी उनके मुरीदों की कोई कमी नहीं है। दशकों से सर जॉन टेनियल की कला के नमूनों की आज भी लोग दिल खोलकर तारीफ करते हैं। सर जॉन टेनियल को साल 1893 में क्वीन विक्टोरिया द्वारा सार्वजनिक सेवा के लिए सुर वीरों के रूप में एक अंतिम श्रद्धांजलि मिली या एक कलेक्ट्रेट या कार्टूनिस्ट पर दिया गया पहला ऐसा सम्मान था। अपने 94वें जन्मदिन से 3 दिन पहले 25 फरवरी 1914 को टेनील की मृत्यु हो गई।