हिमाचल प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सस्पेंस बरकरार हैं। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार को विधानसभा अध्यक्ष बनाएं जाने के बाद संशय ओर अधिक गहरा गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर फ़िर दिल्ली रवाना हो चुके है। उम्मीद है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है।
कांगड़ा से एक मंत्री बन सकता है। कांगड़ा में मंत्री पद की दौड़ में राकेश पठानियां सबसे आगे है। जबकि रमेश धवाला का नाम भी मंत्री पद के लिए लिया जा रहा है। वैसे भी विपिन परमार को मंत्री पद से हटाए जाने से कांगड़ा के लोग खासे नाराज़ चल रहे हैं। ऐसे में कांगड़ा के लिए दो मंत्री पद नाराज़ लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने का काम कर सकते हैं।
उधर पोंटा से सुखराम चौधरी का नाम भी मंत्री पद की दौड़ में चल रहा है। क्योंकि राजीव बिंदल के संगठन में जाने के बाद से सिरमौर जिला में कोई मंत्री नहीं है। हमीरपुर जिला को भी मंत्री पद में तरज़ीह दी जा सकती है। क्योंकि जिला से अभी कोई मंत्री नहीं है। इसलिए नरेन्द्र ठाकुर औऱ कमलेश कुमारी का नाम भी मंत्री पद के लिए उछल रहा है।
नाचन से विनोद कुमार का नाम भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल है। बाबजूद इसके भाजपा ने चौंकाने वाले फैसले किए है। फ़िर चाहे भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर हो या विधानसभा अध्यक्ष को लेकर, अब सटीक अनुमान लगाना बेमानी होगा। हां इतना तय है कि बजट सत्र के दौरान ही हिमाचल को नए मंत्री मिल सकते है। अब देखना यही है कि अब भाजपा हिमाचल में मंत्रिमंडल के लिए कौन सा नया प्रयोग करती है?