हिमाचल में कांग्रेस पार्टी अभी तक अपने संगठन की घोषणा नहीं कर पाई है। इसको लेकर अब पार्टी के नेताओं के भीतर भी चर्चाएं गर्माने लग गई हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ हिमाचल कांग्रेस के अन्य नेता भी पार्टी के भीतर चल रही इस बिना पीसीसी के माहौल पर अक्सर चर्चा करते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को जब सभी नेता दाड़लाघाट में एकत्रित हुए तो एक बार फिर चर्चा प्रदेश में कांग्रेस की गतिविधियों को लेकर नजर आई ।
हिमाचल प्रदेश की राजनीति पर चर्चा करते हुए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू, एआईसीसी के सचिव राजेश धर्माणी, पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर, पूर्व सीपीएस रोहित ठाकुर, विधायक लखविंदर राणा, पूर्व विधायक सुभाष मंगलेट, पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा जैसे अलग-अलग जिलों से दिग्गज नेता इस चर्चा का हिस्सा रहे।
इस विषय को लेकर जब सुक्खू से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बैठक का विषय आम चर्चा जो इन दिनों लोगों के बीच में बीजेपी और कांग्रेस को लेकर चल रही है वही रही। इसके अलावा कोई प्रदेश में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम किस तरह से बीजेपी सरकार बैकफुट पर है। मंत्रिमंडल में विस्तार हो नहीं पा रहा, माफियाओं का राज बढ़ता जा रहा है । पार्टी के भीतर चल रही शिकायतों के बाद मंत्री को स्पीकर बना देना जैसी बातों को लेकर हम सभी नेता चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि घाटे में चल रही प्रदेश की सरकार में भ्रष्टाचार की सीमाएं किस तरह से लांघी जा रही हैं यह एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय रहा। और जिस तरह से आउट सोर्स नीति को बंद करने की बात कांग्रेस लगातार कर रही थी उसको लेकर प्रदेश सरकार को भी कुछ सोचना चाहिए यह हमारे युवाओं के लिए महत्वपूर्ण विषय है।