पालमपुर की होली में रिवाज के अनुसार मुख्यमंत्री का आना तय रहता है और समापन में राज्यपाल आते हैं। लेकिन इस बार मुख्यमंत्री का दौरा पालमपुर का नहीं होने वाला है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल होली मेले के अपन दौरे मैं पालमपुर को नगर निगम बनाने की घोषणा मुख़्यमंत्री ने की थी लेकिन एक साल पूरा होने को है लेकिन ये घोषणा धरी की धरी रह गई।
इसके इलावा और घोषणाएं जो पालमपुर विधानसभा के लिए हुई थी वो भी कागजों तक ही सीमित रही। इंडोर स्टेडियम, होली कला मंच का ग्राउंड जैसे बहुत सी घोषणाएं सरकार पूरी करने में अस्मर्थ नज़र आ रही है। मुख्यमंत्री का न आने का एक कारण ये भी हो सकता है। वहीं बजट सत्र भी चल रहा है और 6 मार्च को बजट पेश होगा। 7 मार्च को होली का मेला शुरू होना है ऐसे में उनके न आने का एक कारण ये भी हो सकता है।
इस मामले में विधायक आशीष बुटेल ने कहा कि रिवाज़ तो मुख्यमंत्री का ही रहा है। मैं ख़ुद भी उनको आने को कहूंगा लेकिन नहीं आते हैं तो ये स्थानीय लोगों में रोष की बात है। अगर सरकार ने जनता की मांगों और अपनी घोषणाओं को पूरा नहीं किया तो उन्हें जवाब देना चाहिए। नगर निगम के सवाल पर बुटेल ने कहा कि इसके लिए 40 हज़ार की आबादी का होना जरूरी है। एरिया भी बड़ा होना चाहिए लेकिन अगर निगम बना तो यहां कृषि योग्य काफी भूमि है जिससे किसानों को नुकसान हो सकता है।