पोलितब्यूरो सदस्या कॉमरेड सुभाषिनी अली ने वीरवार को शिमला में पत्रकार वार्ता कर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। सुभाषिनी अली ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएए पर मोदी सरकार झूठ बोल रही है। केन्द्र सरकार देश के संविधान को ख़त्म करना चाहती है। सरकार असमानता की मनुस्मृति को न्याय शास्त्र मान कर देश में लागू करना चाहती है और अलग तरह का हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती है। जिसको सीपीआईएम कभी नहीं होने देगी।
दूसरा सरकार अल्पसंख्यकों, गरीबों और दलितों की नागरिकता ख़त्म करना चाहती है। नीतीश और उद्भव जैसी भाजपा की समर्थन 7 राज्यों की सरकारों ने एनपीआर को लागू करने से मना कर दिया है। दिल्ली में जो चुनावी नतीज़े आएं हैं वह स्पष्ट करते हैं कि देश की जनता सीएए के विरोध में है। वामपंथ देश भर में इसका विरोध कर रहा है और करता रहेगा।
पोलितब्यूरो की सदस्या कॉ सुभाषिनी अली ने कहा कि वह इसका विरोध तब तक जारी रखेंगे जब तक कि इस वापस नहीं लिया जाता। 72 दिन सीएए को लेकर हो गए हैं और इतने ही लोग इसके विरोध में मर चुके हैं। क्या अब देश में दो तरह की नागरिकता होगी। पैसे का प्रभाव जितना देश में बढ़ेगा लोकतंत्र उतना ख़तरे में है।