प्रदेश कांग्रेस ने कोरोना के संभावित खतरे के प्रति प्रदेश सरकार की उदासीनता पर चिंता व्यक्त की। प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठ़ौर ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार इसके प्रति कतई गम्भीर नहीं है। प्रदेश की राजधानी शिमला जहां दुनिया भर के पर्यटकों का आना जाना साल भर लगा रहता है, ऐसे में सरकार की इस समय कोरोना पर कोई भी ऐहतियात न बरतना ग़लत है।
इस समय देश में कोरोना का गंभीर खतरा मंडरा रहा है। हिमाचल भी इससे अछूता नहीं है। प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग का इस दिशा में कोई भी कारगर कदम न उठाना लोगों के स्वास्थ्य के प्रति निष्क्रियता साबित होती है। अस्पतालों में कोई भी प्रबन्ध नहीं है। संक्रमण रोग से प्रभावित लोगों के अस्पताल में आने से आम लोगों में डर और भय का माहौल पैदा हो रहा है। इसे देखते हुए अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में मास्क तक उपलब्ध नहीं है। राठौर ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि समय रहते सभी ऐहतियात कदम उठाए जाएं जिससे इस गंभीर समस्या से कारगर ढंग से निपटा जा सकें।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि इस समय प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई है। सरकार का इस ओर कोई भी ध्यान नहीं है। डॉक्टरों की कमी, पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी से शहर के ही नहीं ग्रम्मीण क्षेत्रों के अस्पताल भी बुरी तरह झूझ रहें हैं। अब तो हालात ऐसे बन गए हैं कि प्रदेश में बनने वाली दवाओं के अधिकतर सेम्पल फेल हो रहें है। प्रदेश में बनने वाली दवाओं की गुणवत्ता पर पूरी तरह प्रश्रचिन्ह लग गया है। इसी के साथ प्रदेश सरकार की विश्वसनीयता भी ढेर हो गई है।